आउटसोर्सिंग कंपनी लठैतों के बल पर चलाना चाहती है:अजमूल अंसारी
अपील पत्र को लेकर आए कार्मिक प्रबंधक को बैरन लौटाया
आंदोलनकारियों ने कहा जो भी वार्ता होगी सार्वजनिक होगी
कतरास: झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष अजमूल अंसारी के नेतृत्व में बुधबार को कैलूडीह स्थित जीटीए आउटसोर्सिंग कंपनी में स्थानीय लोगों को 75% रोजगार की मांग को लेकर आउटसोर्सिंग का अनिश्चितकालीन चक्का जाम कर दिया. चक्का जाम के कारण कंपनी को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा. धरना पर बैठे झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष अजमूल अंसारी ने कहा कि रोजगार की मांग सहित कई मांग को लेकर प्रबंधन को कई बार पत्राचार किए.एक दो बार वार्ता भी हुई लेकिन बात नहीं बनी अंत में मजबूर होकर चक्का जाम आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा. श्री अंसारी ने कहा कि जब तक बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल जाता है तब तक चक्का जाम जारी रहेगा. श्री अंसारी ने बताया कि आकाश किनारी कोलियरी के कार्मिक पदाधिकारी अमित कुमार अपील पत्र लेकर आए थे.जिन्हें लौटा दिया गया है अजमूल ने बताया कि कंपनी अब जो भी बात करेगी सार्वजनिक रूप से करें. जहां ग्रामीण प्रबंधन और यूनियन के लोग उपस्थित हो. बंद कमरे में अब कोई बात नहीं होगी. प्रबंधन द्वारा लगातार मांगो पर विचार नहीं किए जाने पर आज मजदूर बाध्य धोकर आंदोलन करने को विवश हुए हैं. इसकी पूरी जिम्मेवारी प्रबंधन की है. प्रबंधन लठैतों के बल पर कंपनी चलाना चाहती है जो उनका मंशा कभी पूरा नहीं होगा. अनिश्चितकालीन चक्का जाम में झामुमो के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रति लाल टूडू, मुखिया अर्जुन भुइंया, झारखंड मुक्ति मोर्चा महिला संगठन के प्रखंड अध्यक्ष प्रेमा पांडे,सचिव मरियम खातून, असलम अंसारी, रीना कुमारी, ममता देवी, अताउल अंसारी मो मंसूर,,परवेज इकबाल, अहमद इकबाल, मुस्तफा,वकील कुरेशी, शकील अहमद, कविता कुरैशी, आमिर खान, मनोरंजन दसौंधी,विजय कुमार आदि उपस्थित थे.
परियोजना पदाधिकारी ने आंदोलनकारियों के खिलाफ कतरास थाना में की शिकायत
कतरास: न्यू आकाशकिनारी कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी अवधेश कुमार ने कतरास थाना में आवेदन देकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष अजमूल अंसारी पर आउटसोर्सिंग में उत्पादन कार्य बाधित करने की लिखित शिकायत की है. उत्पादन कार्य बाधित होने से कंपनी को आर्थिक क्षति हो रही है. उत्पादन बाधित होने से भारत सरकार एवं राज्य सरकार दोनों को राजस्व का नुकसान हो रहा है.परियोजना पदाधिकारी ने शिकायत में कहा है कि 20 मार्च 2023 को महाप्रबंधक कार्यालय में सकारात्मक वार्ता हुई थी. जिसमें आंदोलन नहीं करने पर सहमति बनी थी.परंतु उक्त व्यक्तियों द्वारा व्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति हेतु गैर संवैधानिक बंदी को अंजाम दे रहे हैं,जो न्याय संगत नहीं है. शिकायत में अजमूल अंसारी सहितअन्य पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की अपील की है. ताकि परियोजना कार्य सुचारू रूप से शुरू हो सके.