मंगलवार 5 मार्च को उस समय छाताबाद में हड़कंप मच गया, जब सप्लाई के पानी में कचरे के साथ साथ कीड़े भी निकलने लगे। स्थानीय निवासियों ने जब इसकी सूचना माडा के अधिकारियों को दी तो उनलोगों ने मामले को गंभीरता से नहीं ली।
छाताबाद रोज मेडिकल गली वाले इलाके में रहने वाले समाजसेवी मोहम्मद शमीम अंसारी ने बताया कि मंगलवार को जैसे ही नल खुला कीचड़ युक्त पानी आना शुरू हो गया। पानी से काफी बदबू आ रहा था। पानी में कीड़े भी निकल रहे थे। उन्होंने बताया कि ऐसा छाताबाद पुल के पास पानी का पाइप फटा होने के कारण हो रहा है। मंगलवार को बारिश के बाद नाली का पानी भी पाइप में प्रवेश करने लगा। ऐसी घटना पहले भी घट चुकी है। मोहम्मद शमीम ने बताया कि पुल के पास तीन चार वर्षो से पाइप फटा हुआ है। इसकी सूचना माडा के अधिकारियों को कई बार दी गई, लेकिन वे तीन चार दिन में ठीक कर दिया जायेगा कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण गंदा कीड़ा युक्त पानी सप्लाई होने का पता साफ चल रहा है। चिंता का विषय यह है कि आम दिनों में भी लोग गंदा पानी पीने को विवश हैं पर उन्हें पता नहीं चल पाता है। मोहम्मद शमीम ने चिंता जताते हुए बताया कि लगातार गंदा व कीड़ा युक्त पानी पीने से कहीं महामारी न फैल जाए। इधर सूत्रों ने बताया कि माडा के कुछ कथित कर्मचारियों द्वारा लगातार अवैध रूप से पानी कनेक्शन बेचा जा रहा है। जगह जगह कनेक्शन के पाइप में होल मारे जाने से भी लीकेज की समस्या उत्पन्न हुई है।