आलोचक का दावा | यूक्रेन युद्ध का भविष्य जानने जादूगरों और तांत्रिकों से मिले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

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आलोचक का दावा | मॉस्को । आज दुनिया चांद पर पहुंच गई और रोज नई नई तकनीक इजाद की जा रही हैं और अंधविश्वास दूर किए जा रहे हैं, लेकिन आज भी कुछ लोग हैं जो तांत्रिक विद्या पर यकीन रखते हैं। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सितंबर की शुरुआत में मंगोलिया का दौरा किया है। पुतिन ने इस दौरे पर मंगोलिया और साइबेरिया के जादूगरों और तांत्रिकों से भी मुलाकात की थी। एक रिपोर्ट में रूसी सरकार के एक आलोचक के हवाले से दावा किया गया है। आलोचक ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध का भविष्य जानने के लिए पुतिन इन लोगों से मिले थे। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर मार्गदर्शन लेने के साथ ही अपनी लंबी उम्र के लिए कुछ अनुष्ठान किए और पुनर्जन्म पर भी एक लंबी चर्चा की। पिछले साल मार्च में उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी करने के बाद से यह पुतिन की आईसीसी के किसी सदस्य देश की पहली यात्रा थी। रिपोर्ट कहती है कि पुतिन ने इन तांत्रिकों से मिलने के लिए ही मंगोलिया की यात्रा करने का जोखिम लिया। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण की आलोचना के बाद देश छोड़ने को मजबूर हुए। रिपोर्ट में टीवी डोज्ड के संस्थापक मिखाइल जगर का दावा है कि पुतिन शक्तिशाली जादूगरों से सलाह लेने के लिए ही साइबेरिया जाते हुए तुवा में रुके थे। मिखाइल का कहना है कि साइबेरिया और मंगोलिया को दुनिया के सबसे शक्तिशाली जादूगरों और तांत्रिकों का घर माना जाता है। इनसे पुतिन की मुलाकात की व्यवस्था उनके एक प्रमुख सहयोगी मिखाइल कोवलचुक ने की थी। उनका कहना है कि पुतिन की यात्रा के बाद ये भी चर्चा है कि रूसी राष्ट्रपति ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए भी तांत्रिकों से सलाह की और उनका आशीर्वाद मांगा। मिखाइल ने लिखा पुतिन आत्माओं की नाराजगी के डर से परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से डरते हैं। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि पुतिन मंगोलिया में तांत्रिक और जादूगरों से मुलाकात के बाद संतुष्ट थे। रिपोर्ट में जगर ने कहा कि पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ रहस्यमय जादूगरों से सलाह मांगी और उन्हें इनसे सैन्य जीत का आश्वासन मिला। क्रेमलिन के पूर्व भाषण लेखक अब्बास गैल्यामोव ने कहा कि परमाणु हथियारों का उपयोग करने का आशीर्वाद प्राप्त करने के अलावा पुतिन को अपनी लंबी उम्र और पुनर्जन्म के सवालों में भी दिलचस्पी थी। किसी भी विपक्षी नेता ने पुतिन से मिलने वाले किसी तांत्रिक का नाम नहीं लिया। पुतिन के क्रेमलिन के कारा-उल डोपचुन-ऊल के साथ भी अच्छे संबंध रहे हैं। ऊल को रूस का प्रमुख जादूगर कहा जाता है।