अश्विनी चौबे ने चुनावी राजनीति से लिया संन्यास | कसा तंज कहा कोई सड़क का सांसद थोड़े न होता है

दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया है। चौबे ने कहा कि 70 साल की उम्र के बाद सभी को चुनावी राजनीति से अलग हो जाना चाहिए। संन्यास का एलान करने के बाद चौबे ने बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी रहे मिथिलेश तिवारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा सांसद तो एक ही होता है।कोई सड़क का सांसद थोड़े न होता है। हम कह दें कि हम सड़क के प्रधानमंत्री हैं, सड़क के राष्ट्रपति हैं, तो यह ठीक नहीं है। गौरतलब है कि चुनाव हारने के बाद तिवारी खुद को सड़क का सांसद कहते हैं।

हम सबका घमंड चुनाव हारा है

पत्रकारों से बात करते हुए लोकसभा चुनाव हारने के सवाल पर चौबे ने कहा कि हम सब चुनाव नहीं हारे हैं, हम सबका घमंड चुनाव हारा है। यहां से कोई कार्यकर्ता चुनाव लड़ता, तो जरूर जीतता। मेरे कार्यकाल में 10 साल में जो काम हुआ, उसकी भी कहीं चर्चा नहीं हुई। चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्हें जहां भेजा, वहां वह गए। बक्सर नहीं भेजा गया, तो यहां नहीं आए।उन्होंने कहा कि बक्सर से अंतिम सांस तक उनका संबंध बना रहेगा। श्रीराम दर्शन केंद्र के लिए वह प्रयासरत हैं और उसको पूरा करके ही दम लेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बक्सर से बनारस और भागलपुर तक जलमार्ग से कार्गो के परिचालन का उन्होंने सरकार को प्रस्ताव दिया था। 100 करोड़ का यह पायलट प्रोजेक्ट भविष्य में शुरू होगा। इसकी सहमति मिल गई है और डीपीआर बनकर तैयार हो गया है।