बलियापुर में शहीदों को नमन: बलियापुर स्थित पार्टी कार्यालय में आज भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी एवं देश के लिए हंसते-हंसते प्राणों की आहुति देने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर भाकपा (माले) के पोलित ब्यूरो सदस्य एवं सिंदरी के पूर्व विधायक आनंद महतो, प्रखंड सचिव गणेश चंद्र महतो, कार्यालय सचिव देवाशीष पांडे, युवा नेता कृष्ण दा, युधिष्ठिर महतो, रामप्रसाद राजवाड़, संतोष रवानी, काशीनाथ मंडल, आदर साहिस, शीतल दत्ता, सुबल महतो, मुकुल रविदास, जयपाल महतो, दिलीप महतो, सुनील महतो, चंदन भूमिहार, परितोष घोषाल, सपन मास्टर, मानिक बावरी, मोहन रवानी, मजीद खान, राजू रजवाड़, नवीन नंदन, अब्दुल कादिर, मोहम्मद शमशाद, विश्वजीत दत्त, पोनोब कुमार बीद सहित कई कॉमरेड साथियों ने शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीदों के बलिदान को किया नमन
कार्यक्रम के दौरान सभी ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि इन क्रांतिकारियों का जीवन देश के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उनका बलिदान हमें यह सिखाता है कि देश की आज़ादी और समाज की भलाई के लिए संघर्ष कभी नहीं रुकना चाहिए।
इस श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने क्रांतिकारी नारों के साथ माहौल को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। उनके सम्मान में सभी ने एक स्वर में नारे लगाए—
“शहीदों की चिता पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा!”
“भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु अमर रहें!”
“इंकलाब जिंदाबाद!”
क्रांतिकारियों के विचारों को अपनाने का संकल्प
इस अवसर पर सभी ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के सपनों का भारत बनाने के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। उनके विचारों और बलिदान को आत्मसात कर समाज में समानता और न्याय की स्थापना करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
यह श्रद्धांजलि सभा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक संकल्प है कि शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा और उनके क्रांतिकारी विचारों को आगे बढ़ाया जाएगा।