ईद मिलाद-उन-नबी 2024 | क्यों मनाई जाती है ईद-मिलाद-उन नबी का त्योहार |जाने पैगंंबर मोहम्मद साहब के उपदेश

ईद मिलाद-उन-नबी 2024 | ईद मिलाद-उन-नबी, जिसे ‘मौलिद-उन-नबी’ भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म में पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के…

Teacher’s Day 2024 | “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः।”

शिक्षक दिवस, भारत में हर वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है, जो हमारे देश के महान शिक्षाविद् और दूसरे…

विश्व फोटोग्राफी दिवस:फोटोग्राफरों और फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए समर्पित एक कला का उत्सव

फोटोग्राफी का इतिहास बहुत पुराना है और इसकी शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई थी। पहली तस्वीर खींचने का श्रेय जोसेफ नाइसफोर नीप्स को जाता है, जिन्होंने 1826 में दुनिया की सबसे पुरानी स्थायी फोटोग्राफ बनाई थी। इस तस्वीर को “व्यू फ्रॉम द विंडो एट ले ग्रास” कहा जाता है। इसके बाद, फोटोग्राफी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण खोजें और आविष्कार हुए, जिन्होंने इस कला को और भी विकसित किया।

सुरक्षा पर्व: एक भूला हुआ त्योहार; किस देवता की होती थी पूजा, जानने के लिए पढि़ए पूरा लेख

सुरक्षा पर्व का महत्व उस समय के समाज में अत्यंत बड़ा था। इस पर्व के माध्यम से लोग एक दूसरे के साथ जुड़ते थे और एक दूसरे की सुरक्षा का जिम्मा उठाते थे। इस पर्व का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना था।

भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और मजबूती का प्रतीक रक्षाबंधन

इतिहास के पन्नों में रक्षाबंधन का एक और त्योहार था, जो आज के समय में पूरी तरह से गुम हो गया है। इस त्योहार को “सुरक्षा पर्व” कहा जाता था, जिसमें एक समुदाय के लोग एक दूसरे की रक्षा का वचन देते थे। यह त्योहार उस समय मनाया जाता था, जब समाज में बाहरी खतरों का सामना करना पड़ता था। हालांकि, समय के साथ इस त्योहार का महत्व घटता गया और आज इसे बहुत ही कम लोग जानते हैं।