DHANBAD | रविवार को रेलवे ऑडिटोरियम में मिशन एयरपोर्ट धनबाद द्वारा आयोजित मिसाइल मैन एवं पूर्व राष्ट्रपति डा. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर आयोजित थिंक फॉर बेटर धनबाद की थीम पर आधारित सेमिनार में बैठक की अध्यक्षता करते हुए जीटा महासचिव सह अध्यक्ष मिशन एयरपोर्ट धनबाद के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा 1987 तक धनबाद से वायुदूत सेवा संचालित होती थी तब धनबाद एयरपोर्ट की आह्रता पूरी करता था , आज नहीं, ऐसा क्या कारण है, जबकि धनबाद झारखंड की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला जिला और नगर निगम है। पहले एयरपोर्ट बड़े लोगों के लिए होता था आज विकास के पैमाने में एयरपोर्ट का स्थान बहुत ऊपर आ गया है , इससे ना सिर्फ यातायात के साधन बढ़ते हैं, अपितु इसके होने से क्षेत्र का विकास और बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध होते है, शिक्षण संस्थानों में बड़ी संख्या में कंपनियां रिक्रूटमेंट के लिए आने से ना सिर्फ रोजगार के बड़े अवसर बल्कि अच्छे पैकेज भी मिल सकेंगे। आज इलाज के लिए हो अथवा पढ़ाई के लिए या उद्योग/व्यापार हो अथवा तोपचांची के पास समवेद शिखर जैसे जैन धर्मावलंबियों के सबसे बड़े धार्मिक क्षेत्र को विकसित करने की केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं जिनमें एयरपोर्ट भी शामिल है। इसके अतिरिक्त सिंदरी में राज्य सरकार द्वारा किए गए सर्वेक्षण के आधार पर स्थल चयन किया गया है। इस क्षेत्र में एयरपोर्ट बनाया जा सकता हैं आईएमए झारखंड के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि धनबाद में मेडिकल कॉलेज और बड़े अस्पताल हैं, इसके बावजूद उच्च शिक्षा एवं अनुभवी डॉक्टर यहां एयरपोर्ट नहीं होने के कारण आना ही नहीं चाहते हैं और इससे यहां से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां एयरपोर्ट की नितांत आवश्यकता है।मिशन एयरपोर्ट धनबाद के उपाध्यक्ष सह अध्यक्ष बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स प्रमोद गोयल ने कहा कि अब तो सरकार से यह पूछने की जरूरत है कि धनबाद में एयरपोर्ट क्यों नहीं होना चाहिए।बुनहोने जन प्रतिनिधियों की उदासीनता को इसके लिए जिम्मेदार बताया।मिशन एयरपोर्ट धनबाद के सचिव अनिल जैन ने बताया कि 15 अक्टूबर देश के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन स्व. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की जयंती के दिन धनबाद के विभिन्न स्कूलों के छात्र – छात्राएं, अभिभावक, शिक्षक एयरपोर्ट, धनबाद की यातायात व्यवस्था और अन्य विषयों पर अपना पीपीटी एवं छात्रों ने अपनी बातों को रखा है, अब आम लोगों विशेषकर बच्चों का उत्साह बहुत अच्छा है।वरीय उपाध्यक्ष सतपाल सिंह ने धनबाद में एयरपोर्ट की स्थापना पर आयोजित सेमिनार में आए सभी बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों का आभार प्रकट करते हुए विश्वास जताया कि जिस तरह से एयरपोर्ट की मांग को बाल मिला है उससे आशा जगी है, जल्द ही इसकी घोषणा होगी।उपाध्यक्ष पूजा रत्नाकर ने डा. कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि मेरा सौभाग्य है कि एक बार मेरी उनसे अविष्मरणीय मुलाकात हुई है इन्होंने कहा कि हमारे हौसले बुलंद हैं और अब लगता है जल्द धनबाद को एयरपोर्ट की सौगात मिलेगी। उन्होंने सभी से सोशल मीडिया में चल रहे कैंपेन को सहयोग देने का आग्रह किया।आरटीआई एक्टिविस्ट रमेश राही ने एयरपोर्ट की आवश्यकता जताई साथ ही साथ धनबाद में बिजली,पानी, विस्थापन जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने मिशन एयरपोर्ट पर अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही।
कोषाध्यक्ष सोमनाथ पृथी ने एयरपोर्ट नहीं होने से जो बच्चे विदेशों में रहकर शिक्षा एवं रोजगार कर रहे हैं समयभाव के कारण अपने परिजनों से समय पर नहीं मिल पाते हैं। इसलिए एयरपोर्ट जरूरी है।कार्यक्रम का सफल संचालन कर रही डा. सबा ने एयरपोर्ट की आवश्यकता पर विस्तार से बताया और कहा कि धनबाद का सर्वांगीण विकास एयरपोर्ट के बगैर अधूरा है। उन्होंने एयरपोर्ट के बारे में अब तक हुए प्रयासों की जानकारी भी दी।कार्यक्रम को सफल बनाने में मिलन सिंह, संगठन सचिव आसिफ इकबाल,इमरान मलिक,अमित दीपू, पवन अग्रवाल, दिनेश मंडल, सिद्धनाथ भारती, बिट्टू,लक्ष्मण यादव ने महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
इसके अतिरिक्त अशोक चौरसिया, अजय अग्रवाल, डा मनोज सिंह, प्रेम प्रकाश पासवान एवं बड़ी संख्या में स्कूल कॉलेज के छात्र, शिक्षकगण, अभिभावक और व्यवसाई तथा धनबाद के नागरिक उपस्थित हुए। इसके अतिरिक्त विभिन्न स्कूल, कॉलेज विशेषकर आईआईटी आई एस एम, गुरुनानक कॉलेज, डीएवी कोयलानगर, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज,राज कमल स्कूल, के के पॉलिटेक्निक, जीजीसीईटी इंटरनेशनल स्कूल, स्वरमंगला पब्लिक स्कूल,दून पब्लिक स्कूल,जेवियर हलीमा स्कूल, सिंबोसिस स्कूल, इत्यादि के छात्र छात्राओं ने पीपीटी प्रेजेंटेशन दिया और अपने विचार भी रखे।पीपीटी कंपीटिशन में रुपिका सिंहा आईआईटी आईएसएम प्रथम,श्रेया सुरल जी एन कॉलेज द्वितीय तथा ईशिता आनंद शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल तृतीय स्थान पर रहे।और तबीबा अफरीन मदर हलीमा पब्लिक स्कूलों एयरोस्पेस प्रस्तुति के लिए विशेष पुरुस्कार की घोषणा की गई। संस्था की ओर से सभी को सम्मानित भी किया गया।