Jharkhand Cabinet: झारखंड में गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार का बहुप्रतीक्षित शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के अशोक उद्यान में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को शपथ ली थी और अब मंत्रियों के चयन को लेकर सस्पेंस खत्म होने वाला है। हालांकि, शपथ लेने वाले विधायकों के नाम अभी तक गोपनीय रखे गए हैं, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है।
गठबंधन का फॉर्मूला और संभावित नाम
गठबंधन के फॉर्मूले के अनुसार, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से छह, कांग्रेस से चार, और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से एक विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा। राजद से गोड्डा के विधायक संजय यादव का मंत्री बनना लगभग तय है। वहीं, कांग्रेस से महिला विधायकों में महागामा की दीपिका पांडे सिंह सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं।
कांग्रेस की रणनीति: अनुभव बनाम नया चेहरा
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के डॉ. रामेश्वर उरांव को विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है। उनकी जगह कोलेबिरा के नमन विक्सल कोंगाड़ी या खिजरी के राजेश कच्छप को मंत्री पद मिल सकता है। अनुसूचित जाति प्रतिनिधित्व के लिए छतरपुर के विधायक राधाकृष्ण किशोर का नाम भी चर्चा में है।
झामुमो की संभावनाएं: अनुभव और ऊर्जा का संगम
झामुमो के संभावित मंत्रियों में चाईबासा के दीपक बिरुआ, मधुपुर के हफीजुल हसन, और जामा की डॉ. लुईस मरांडी के नाम प्रमुख हैं। वहीं, टुंडी के मथुरा महतो और भवनाथपुर के अनंत प्रताप देव को भी मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। युवा और अनुभवी नेताओं के मिश्रण से मंत्रिमंडल को संतुलित करने की योजना है।
स्पीकर की रेस और स्टीफन मरांडी का भविष्य
विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी को भी इसी समारोह में शपथ दिलाई जाएगी। यदि उन्हें स्पीकर पद की जिम्मेदारी दी जाती है, तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
सस्पेंस का अंत करीब
इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर झारखंड के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है। कौन-कौन मंत्री पद की शपथ लेगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं। अनुभव और नई ऊर्जा का मेल झारखंड की नई सरकार को कितनी मजबूती देगा, यह देखने वाली बात होगी।