एक तरफ देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। वहीं देश की गरीब जनता इलाज के अभाव मे मर रही है। क्योंकि इलाज महंगा हो चुका है। गरिबों के लिए निजी अस्पताल में इलाज करवाना संभव नहीं है। आयुष्मान कार्ड गरीबों के लिए मात्र छलावा बन कर रह गया है। अस्पतलों का कहना है कि सरकार हमें पेमेंट नहीं दे रही है एवं इस गंभीर विषय पर लोकसभा और विधानसभा भी मौन। जिस दिन हर जरूरतमंद को फ्री इलाज मिलेगा तभी उसे अमृत मिलेगा। -राजेश स्वर्णकार, सामाजिक कार्यकर्त्ता