Latehar News: लातेहार जिले में भाकपा माओवादी के कुख्यात रीजनल कमेटी सदस्य और 15 लाख के इनामी छोटू खरवार की हत्या कर दी गई है। बुधवार सुबह छिपादोहर थाना क्षेत्र के चुंगरु पंचायत के नावाडीह गांव स्थित भीमपांव जंगल से उसका शव बरामद किया गया। पुलिस ने पुष्टि की है कि छोटू खरवार की हत्या गोली मारकर की गई है।
छोटू खरवार पर दर्ज थे 100 से अधिक मामले
छोटू खरवार, जिसे छोटू जी या सुजीत जी के नाम से भी जाना जाता था, लातेहार जिले के हेरहंज क्षेत्र का रहने वाला था। उसके खिलाफ लातेहार, पलामू, गढ़वा, लोहरदगा और गुमला समेत कई जिलों के थानों में हत्या, आगजनी, गोलीबारी और आईईडी विस्फोट जैसे गंभीर अपराधों के 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
- 2013 का आईईडी विस्फोट:
लातेहार में 2013 में हुए आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हुए थे। इस मामले में भी छोटू खरवार का नाम प्रमुखता से सामने आया था। - 2019 का नक्सली हमला:
चंदवा थाना क्षेत्र के लुकइया मोड़ में 2019 में हुए नक्सली हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इस घटना का मुख्य आरोपी भी छोटू खरवार ही था।
पुलिस को लगातार दे रहा था चुनौती
छोटू खरवार लातेहार जिले का एक बड़ा नक्सली था, जो पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसकी गिरफ्तारी के लिए राज्य और जिला स्तर पर कई बार सर्च ऑपरेशन चलाए गए, लेकिन वह हर बार पुलिस के हाथों से बच निकलता था।
आपसी विवाद में हुई हत्या की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि छोटू खरवार की हत्या नक्सलियों के आपसी विवाद और लेवी के बंटवारे को लेकर की गई है। यह घटना नक्सली संगठन के भीतर गहराते मतभेदों और सत्ता संघर्ष को भी उजागर करती है।
पुलिस जांच में जुटी
छोटू खरवार के शव की बरामदगी के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे के कारणों का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
नक्सली संगठन को बड़ा झटका
छोटू खरवार की हत्या से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है। वह संगठन का एक प्रमुख नेता था, जो लंबे समय से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।