मटकुरिया गोलीकांड: बहुचर्चित मटकुरिया गोलीकांड की सुनवाई अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी की अदालत में शुक्रवार को 33 अभियुक्तों के बयान दर्ज किए गए। इनमें से 32 अभियुक्त सशरीर कोर्ट में पेश हुए, जबकि एक अभियुक्त का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लिया गया। इस महत्वपूर्ण सुनवाई में पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक व्हील चेयर पर अदालत पहुंचे, जिनका मामला खास ध्यान में है।
अधिवक्ता बृजेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले सत्र में मामले के सभी साक्ष्यों का समापन कर लिया गया था। शनिवार को अभियुक्तों के बयान दर्ज किए गए, और इसके बाद अदालत ने डिफेंस के लिए तारीख तय करने की बात की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अदालत चाहे तो इस महीने के अंत तक मटकुरिया गोलीकांड के फैसले की घोषणा हो सकती है।
मटकुरिया गोलीकांड: अपराधियों और घटनाक्रम की पूरी जानकारी
मटकुरिया गोलीकांड की घटना साल 2011 में हुई थी, जब बीसीसीएल के आवासों को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए पुलिस बल को भेजा गया था। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें तत्कालीन एसपी आरके धान गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे और चार लोगों की मौत हो गई थी। झड़प के दौरान सैकड़ों राउंड गोलियां चलाई गईं।
इस घटना के बाद तत्कालीन एसडीओ जॉर्ज कुमार के लिखित प्रतिवेदन पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की और 38 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। इनमें से पांच अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है, जिनमें पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, अशोक यादव, उदय सिंह, ओपी लाल और बच्चा सिंह शामिल हैं। मटकुरिया गोलीकांड के आरोपी कांग्रेस नेता मन्नान मल्लिक, ओपी लाल, नीरज सिंह, बच्चा सिंह और अन्य को गिरफ्तार किया गया था। 45 दिनों बाद इन सभी को जमानत मिल गई थी। घटना के बाद इलाके में विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू भी लगाया गया था।
इस मामले की सुनवाई अब अंतिम चरण में है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अदालत अपना फैसला सुना सकती है, जो इस गंभीर मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण कदम होगा।