National News || लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को संसद में हो रहे लगातार हंगामे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से संसदीय मर्यादाओं का पालन करने की अपील की। बिरला ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे अफसोस है कि विपक्ष के कुछ नेताओं का आचरण संसदीय नियमों के अनुरूप नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी को संसद की गरिमा, परंपरा और मर्यादा का पालन करना चाहिए।
संसद को पवित्र स्थल मानें, सभी दलों को गरिमा बनाए रखने की सलाह
ओम बिरला ने संसद को एक पवित्र स्थल करार देते हुए कहा कि इस भवन की उच्च गरिमा और प्रतिष्ठा है। उन्होंने कहा कि अगर सभी सदस्य मर्यादित तरीके से अपना आचरण बनाए रखेंगे, तो यह जनता में एक सकारात्मक संदेश जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि लोकतंत्र के मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है और सभी को इस गरिमा का सम्मान करना चाहिए।
संसदीय चर्चा पर जोर, लोकतंत्र की परंपरा का उल्लंघन न हो
बिरला ने यह भी कहा कि संसद में किसी भी विषय पर चर्चा हो सकती है, और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को आपसी संवाद और चर्चा से अपने मुद्दों को हल करना चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संसद में सवालों का काल (प्रश्नकाल) बहुत महत्वपूर्ण है और इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी और सरकार के बीच विरोधाभास
बिरला का यह बयान तब आया है जब राहुल गांधी मोदी-अडानी मुद्दे पर संसद परिसर में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं, सत्ता पक्ष भी जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर सोनिया गांधी को घेरने में लगा हुआ है। इस बीच, ओम बिरला ने दोनों पक्षों से आग्रह किया कि वे सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाएं और इसे व्यवधानमुक्त बनाएं।