National News || संविधान दिवस के अवसर पर तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का भाषण अचानक उस समय बाधित हो गया जब उनका माइक करीब पांच मिनट तक बंद रहा। इस अप्रत्याशित घटना के बाद माइक चालू होते ही राहुल गांधी ने तीखा टिप्पणी करते हुए कहा, “इस देश में बीते 3000 सालों से जो भी दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग और गरीबों की बात करता है, उसकी आवाज़ दबा दी जाती है।”
राहुल गांधी ने बताया कि जब माइक बंद हुआ, तो उन्हें सुझाव दिया गया कि वे अपनी जगह पर बैठ जाएं। लेकिन उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “मैं बैठने वालों में से नहीं हूं। चाहे जितनी बार माइक बंद कर लो, मैं वही बोलूंगा जो सच है।” उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगी रोहित वेमुला की तस्वीर की ओर इशारा करते हुए कहा, “वो भी अपनी आवाज़ उठाना चाहते थे, लेकिन उनकी आवाज़ छीन ली गई।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर साधा निशाना
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपनी बात रखते हुए भाजपा सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं है। वे टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन से सत्ता में हैं। अगर इनमें से कोई भी साथ छोड़ दे, तो उनकी सरकार गिर जाएगी।”
खड़गे ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी ने एकजुट होकर संघर्ष किया, यही कारण है कि मोदी सरकार अपने दम पर सत्ता में नहीं आ पाई। यह सरकार समर्थन पर निर्भर है, न कि अपने पैरों पर खड़ी है।”
कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने संविधान की मूल भावना को बनाए रखने और दलित, पिछड़े वर्गों की आवाज़ को प्रमुखता देने का संकल्प लिया।