Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u290043134/domains/vartasambhav.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
nternational Day of Non Violence | गाँधी जयंती (विश्व अहिंसा दिवस) के अवसर पर एक सप्ताह का सेवा पखवाड़ा

International Day of Non Violence | गाँधी जयंती (विश्व अहिंसा दिवस) के अवसर पर एक सप्ताह का सेवा पखवाड़ा

International Day of Non-Violence |
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
WhatsApp Channel Join WhatsApp

International Day of Non Violence | माधुरी विंझा ने बताया कि 29 सितंबर से 04 अक्टूबर तक एक सप्ताह चले इस पखवाड़े में गाँधी जी के स्मृति में प्रत्येक दिन महविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया

बलियापुर। आर. एस. पी. कॉलेज, झरिया, बेलगड़ीया में गाँधी जयंती (विश्व अहिंसा दिवस) के अवसर पर एक सप्ताह का सेवा पखवाड़ा मनाया गया. कार्यक्रम की संयोजिका एन.एस.एस. कोऑर्डिनेटर प्रो. माधुरी विंझा ने बताया कि 29 सितंबर से 04 अक्टूबर तक एक सप्ताह चले इस पखवाड़े में गाँधी जी के स्मृति में प्रत्येक दिन महविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, इसमें परिचर्चा, निबन्ध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, मार्च पास्ट, नाटक मंचन, खादी एवा ग्राम उदयोग पर परिचर्चा, सत्य एवा अहिंसा की शपथ आदि शामिल था.

कार्यक्रम के संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ निलेश कुमार सिंह ने बताया कि विश्व अहिंसा दिवस हर साल 2 अक्टूबर को मनाया जाता है, यह दिन अहिंसा के सिद्धांत को बढ़ावा देने और संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में प्रेरित करने का अवसर प्रदान करता है। महात्मा गांधी ने अपने जीवन में अहिंसा को एक महत्वपूर्ण नैतिक सिद्धांत के रूप में अपनाया और यह सिद्धांत न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों में भी प्रभावी रहा। उनके नेतृत्व में भारत ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, जिसमें अहिंसक प्रतिरोध की शक्ति का उपयोग किया गया।

महाविद्यालय में इन आयोजनों का उद्देश्य लोगों को अहिंसा के महत्व के बारे में जागरूक करना है, जिससे वे संघर्ष और असहमति के समय शांति और सहिष्णुता का चयन कर सकें। कार्यक्रम में प्रो. रमेश सरदार, प्रो. सुरेश मुंडा, प्रो. रजनी बारा, डॉ उपेंद्र कुमार, प्रो.रितेश रंजन, प्रो. एतवा टूटी, प्रो.विजय विश्वकर्मा, डॉ रामचंद्र कुमार सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी, बीएड प्रशिक्षु मौजूद थे।