एनडी राष्ट्रीय विद्यालय का मामला || स्कूली छात्र-छात्राओं के थालियों मे सेंध लगाने वाले शिक्षक इंचार्ज और अध्यक्ष के खिलाफ धरने पर बैठी कॉंग्रेस || माँगा पाई-पाई का हिसाब

Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
WhatsApp Channel Join WhatsApp

कुल्टी| पश्चिम बंगाल आसनसोल नगर निगम वार्ड संख्या 19 के सीतारामपुर इलाके मे स्थित एनडी राष्ट्रीय विद्यालय मे पिछले कई दिनों से चल रही स्कुल के सिक्षक और सिक्षक इंचार्ज व स्कुल की अध्यक्ष तृणमूल पार्षद उषा रजक के बिच स्कुल मे मिड्डे मिल सहित अन्य कई तरह के किए गए घोटाले मामले को लेकर मंगलवार को कांग्रेस नेता सुकांत दास अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं उनका कहना है की स्कुल सिक्षा का मंदिर होता है जिस मंदिर मे छात्र और छात्राएं सिक्षा प्राप्त करने आते हैं, हमारा सौभाग्य है की हमारे कुलटी विधानसभा इलाके मे स्थित सीतारामपुर मे पुरे शिल्पाँचल का एक लौता ऐसा हिंदी स्कुल है जिस स्कुल मे ढाई हजार छात्र और छात्राएं पढ़ते हैं, वहीं उनकी अच्छी सिक्षा दिक्षा के लिये सरकार ने स्कुल मे पारा सिक्षक मिलाकर कुल 33 सिक्षक तैनात रखे हैं, हालांकि किसी कारण 6 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अभी तक स्कुल को स्थाई रूप से प्रधानाध्यापक नही मिल पाया है, जिस कारण स्कुल एक सिक्षक इंचार्ज के भरोसे ही चल रहा है, उन्होने कहा की स्कुल मे तृणमूल पार्षद उषा रजक को अध्यक्ष बनाया गया है, ऐसे मे सिक्षक इंचार्ज पीके सिंह और स्कुल की अध्यक्ष उषा रजक के ऊपर स्कुल के ही सिक्षकों ने स्कुल मे चलने वाले मिड्डे मिल व 11 वीं क्लास मे दाखिले के दौरान फॉर्म के नाम पर 50 रुपए व दाखिले के नाम पर किसी से पाँच सौ तो किसी से हजार तो किसी से 1500 रुपए लेने का आरोप लगाया है, इसके अलावा उन्होंने स्कुल मे कई तरह के घोटाले होने का आरोप लगाया, जिन आरोपों को वह सार्वजानिक करने व जनता के सामने लाने की मांग की, उन्होने कहा यह स्कुल दूसरे अन्य सरकारी स्कूलों के लिये आदर्श का काम करता है और खुद एक आदर्श स्कुल के नाम से भी प्रचित है, ऐसा स्कुल बदनामी का मार झेल रहा है और हम इस इलाके मे रहकर इस स्कुल को बदनाम होता कैसे देख सकते हैं, कैसे स्कुल मे पढ़ने आने वाले छात्र और छात्राओं का भविष्य बर्बाद होते देख सकते हैं, उन्होने कहा वह स्कुल मे हुआ तमाम दुरनीतियों के खिलाफ इसी प्रकार जोरदार आंदोलन करेंगे चाहे उनको जो कुछ भी करना पड़े, वह करेंगे पर इस स्कुल को ना तो वह बदनाम होने देंगे और ना ही वह स्कुल मे किसी भी तरह का घोटाला बर्दास्त करेंगे, स्कुल के छात्र और छात्राओं का भविष्य किसी भी हाल मे बचाएंगे