सिंगापुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी वोंग के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर सिंगापुर पहुंचे हैं। वोंग के साथ वार्ता से पहले पीएम मोदी का सिंगापुर संसद भवन में औपचारिक स्वागत हुआ। उन्होंने वहां आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात वोंग के सिंगापुर का प्रधानमंत्री बनने और मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने के कुछ दिनों बाद हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से भी बाद में मुलाकात करने वाले है। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर में अपने समकक्ष वॉन्ग के साथ बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर की जमकर तारीफ कर सिंगापुर को विकासशील देशों के लिए प्रेरणा बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत में कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं अपने भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूं। आपके (लॉरेंस वॉन्ग) के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। इसके लिए आपको बहुत शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में सिंगापुर और तेजी से विकास करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंगापुर सिर्फ सहयोगी देश ही नहीं है बल्कि यह हर विकासशील देशों के लिए प्रेरणा है। हम भी भारत में कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं और मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में काम भी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल तकनीक, साइबर सुरक्षा और उत्पादन को आधुनिक बनाने जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग, भारत-सिंगापुर के बीच होने वाली मंत्री स्तर की गोलमेज बैठक की पहचान बन गया है। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व मामलों के विदेश सचिव जयदीप मजूमदार और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल भी बैठक में मौजूद रहे। इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के पीएम के साथ सेमीकंडक्टर कंपनी एईएम होल्डिंग लिमिटेड के प्लांट का भी दौरा किया। प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के राष्ट्रपति षणमुगरत्नम और वरिष्ठ मंत्री गोह चोक तोंग और विभिन्न कंपनियों के सीईओ के साथ भी मुलाकात की। चार समझौतों पर हुए हस्ताक्षर पीएम मोदी के सिंगापुर दौरे पर दोनों देशों के बीच चार अहम समझौतों पर भी सहमति बनी। इसके तहत दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होने है। समझौते के तहत भारत और सिंगापुर में डिजिटल तकनीक, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य और स्किल डेवलेपमेंट के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है।