अंतराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस | झरिया के उर्दू बोर्ड स्कूल, शाहनगर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों को साइन लैंग्वेज की जानकारी दी गई। मूक बधिर लोगों के साथ आदर्श व्यवहार करने को प्रेरित किया गया।
धनबाद: अंतर्राष्ट्रीय साइन लैंग्वेज सप्ताह के में मनाया जाता है। झरिया में साइन लैंग्वेज सप्ताह जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिसका मकसद न सुन सकने वालों को बातचीत का जरिया प्रदान करना है। उन्हें इसके लिए जागरूक बनाना है। “सांकेतिक भाषा का ज्ञान प्राप्त कर मूक बधिर की अभिव्यक्ति को समझें” समावेशी शिक्षा के झरिया रिसोर्स सेंटर के तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर झरिया के उर्दू बोर्ड स्कूल, शाहनगर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । बच्चों को साइन लैंग्वेज की जानकारी दी गई । मूक बधिर लोगों के साथ आदर्श व्यवहार करने को प्रेरित किया गया । उर्दू बोर्ड विद्यालय शाहनगर के सभी बच्चों को अल्फाबेट सांकेतिक भाषा मे सिखाया। सभी बच्चों ने “मूक बधिर हमें है आशा, हम पढेंगे सांकेतिक भाषा” का नारा बुलंद किया। स्पेशल एडुकेटर अखलाक अहमद ने कहा कहा कि सांकेतिक भाषा का ज्ञान सभी को होना चाहिए ताकि मूक बधिर की अभिव्यक्ति को हम भी समझ सकें । झरिया के कई मूक बधिर बच्चे सांकेतिक भाषा का ज्ञान प्राप्त कर आगे बढ़ रहे हैं।इस भाषा का प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। दिव्यांगता जागरूकता कार्यक्रम समय-समय पर चलनी चाहिए और दिव्यांग जनों को मिलने वाली शिक्षा, चिकित्सा, सुविधाओं के बारे में प्रचार प्रसार होनी चाहिए कार्यक्रम में स्पेशल एडुकेटर अख़लाक़ अहमद, प्रधानाध्यापक मो इरशाद, इकबाल अंसारी, शरीफ रजा, कैलाश दास, तबस्सुम, आर्श, मो आबिद, हातिम, रिजवान, अमन, जावेद , हसनैन, राजा, आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।