हृदय जांच शिविर || धनबाद के बरियों स्थित क्रिसेंट इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार, 30 अक्टूबर को बच्चों के लिए एक विशेष हृदय जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जन्मजात हृदय रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाना और बच्चों की निःशुल्क जांच करना था। यह रोग बच्चों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण है; भारत में हर साल लगभग 3 लाख बच्चे इस बीमारी के साथ जन्म लेते हैं, और इनमें से 25% बच्चों की मृत्यु पहले वर्ष में ही हो जाती है। इस रोग से प्रभावित 75% बच्चे मानसिक और शारीरिक विकास में चुनौतियों का सामना करते हैं।
जन्मजात हृदय रोग के लक्षणों की जानकारी
शिविर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल की टीम ने बच्चों में जन्मजात हृदय रोग के लक्षणों की पहचान के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि इस रोग के सामान्य लक्षणों में तेज धड़कन, वजन का न बढ़ना, शरीर का नीलापन, बार-बार सर्दी-खांसी, सांस लेने में कठिनाई और स्तनपान के दौरान पसीना आना शामिल हैं। टीम ने अभिभावकों को सुझाव दिया कि यदि इन लक्षणों में से कोई भी उनके बच्चों में दिखाई दे तो तुरंत श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल से संपर्क करें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 6299737695 उपलब्ध है।
शिविर में बच्चों की स्क्रीनिंग
इस विशेष शिविर में 257 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। कार्यक्रम में बाहरी अभिभावकों ने भी अपने बच्चों की जांच करवाई, जिससे इस पहल का दायरा और भी विस्तारित हुआ। स्कूल के निर्देशक ईसा शमीम और प्रधानाचार्या विजेता दास ने इस पहल की सराहना की और सभी सहयोगियों, अभिभावकों, और स्कूल की टीम को धन्यवाद दिया।
स्वास्थ्य जागरूकता और सेवा की भावना को बढ़ावा
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य बच्चों और अभिभावकों के बीच स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाना और समाज में सेवा की भावना को प्रोत्साहित करना था। इस आयोजन में राधिका, निरंजन, गौरव, और प्रतिमा ने बच्चों की स्क्रीनिंग और जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सक्रिय भूमिका ने इस कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।