World History in Today 02 December || विश्व इतिहास के पन्नों में 2 दिसंबर का दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं और बदलावों का साक्षी रहा है। इस दिन ने विज्ञान, राजनीति, युद्ध, और समाज के कई पहलुओं को नई दिशा दी। आइए, जानते हैं इस दिन की कुछ प्रमुख घटनाएँ।
प्रमुख वैश्विक घटनाएँ
- 1804 – नेपोलियन बोनापार्ट का सम्राट के रूप में अभिषेक
2 दिसंबर 1804 को नेपोलियन बोनापार्ट ने पेरिस के नोट्रे डेम कैथेड्रल में फ्रांस का सम्राट बनने का औपचारिक समारोह आयोजित किया। यह दिन यूरोपीय इतिहास में शक्ति और साम्राज्यवाद का प्रतीक बन गया। - 1823 – मोनरो डॉक्ट्रिन का उद्घोष
अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स मोनरो ने 2 दिसंबर 1823 को “मोनरो डॉक्ट्रिन” का ऐलान किया। इस नीति ने अमेरिका को यूरोपीय उपनिवेशवाद से अलग रखा और पश्चिमी गोलार्ध में विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ एक मजबूत रुख अपनाया। - 1942 – पहला परमाणु रिएक्टर शुरू
2 दिसंबर 1942 को शिकागो विश्वविद्यालय में मानव इतिहास का पहला परमाणु रिएक्टर सफलतापूर्वक संचालित हुआ। इसे “शिकागो पाइल-1” नाम दिया गया। यह घटना विज्ञान और ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति लेकर आई। - 1989 – कोल्ड वॉर का अंत
माल्टा शिखर सम्मेलन में 2 दिसंबर 1989 को अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचेव ने शीत युद्ध (कोल्ड वॉर) के समाप्त होने की घोषणा की। यह विश्व राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
प्रसिद्ध व्यक्तित्व और उनकी उपलब्धियाँ
- मारिया कैलास (जन्म)
2 दिसंबर 1923 को जन्मीं मारिया कैलास को ओपेरा संगीत की महानतम गायिकाओं में से एक माना जाता है। उनकी कला ने संगीत जगत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। - पाब्लो एस्कोबार (मृत्यु)
2 दिसंबर 1993 को कुख्यात ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार को कोलंबिया पुलिस ने मार गिराया। उनकी मौत ने ड्रग तस्करी पर नियंत्रण के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को प्रोत्साहित किया।
इस दिन से मिली प्रेरणा
- वैज्ञानिक प्रगति का महत्व: परमाणु रिएक्टर की शुरुआत ने यह सिद्ध किया कि मानवता के पास असीमित ऊर्जा के स्रोत तक पहुँचने की क्षमता है।
- शांति का प्रयास: कोल्ड वॉर के अंत ने दुनिया को संवाद और कूटनीति की ताकत का अहसास कराया।
आज की सीख
इतिहास से हमें यह सीख मिलती है कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। चाहे वह शक्ति का संतुलन हो, शांति के प्रयास हों या वैज्ञानिक खोज, हर घटना हमारे वर्तमान और भविष्य को प्रभावित करती है।
2 दिसंबर विश्व इतिहास का एक प्रेरणादायक दिन है। यह हमें यह समझने का अवसर देता है कि कैसे अलग-अलग क्षेत्रों में हुए बदलावों ने मानवता के विकास में योगदान दिया।
“इतिहास सिर्फ अतीत नहीं, यह भविष्य के निर्माण की नींव है।”