Tulsi Kalash Yatra || कतरास शहर के कतरी नदी तट पर स्थित पावन सूर्य मंदिर परिसर में रविवार को श्रीमद भागवत कथा के निमित्त एक भव्य तुलसी कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या ने भाग लिया और पूरा नगर भक्तिमय हो गया।
तुलसी कलश यात्रा की झलकियां
गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा
251 महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश और तुलसी लेकर नर्मदेश्वर मंदिर से नगर का भ्रमण करते हुए सूर्य मंदिर परिसर पहुंचीं। यात्रा में गाजे-बाजे और धार्मिक जयकारों के साथ नगरवासी उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
मुख्य यजमान और ग्रंथ का सम्मान
यजमान किशोरी गुप्ता सपत्नीक सिर पर मुख्य कलश और श्रीमद भागवत ग्रंथ को लेकर शोभायात्रा में सबसे आगे चल रहे थे। धार्मिक उद्घोष और भक्ति गीतों से माहौल पूरी तरह गुंजायमान हो उठा।
समारोह में उपस्थित श्रद्धालु और प्रमुख लोग
इस पावन आयोजन में कथावाचक सुरेंद्र हरिदास के अलावा अनेक गणमान्य व्यक्तियों और श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इनमें मनोज कुमार गुप्ता, अवधेश गुप्ता, विनय कृष्ण गुप्ता, विजय गुप्ता, अशोक वर्मन, कस्तूरी देवी, गीता देवी, अलका देवी, बबीता देवी, श्रीकृष्ण गुप्ता, नर्मदा देवी, सुषमा वर्मा, बिकास साहू, हिम्मत सिंह, और सुमन देवी जैसे कई नाम शामिल हैं।
धार्मिक आयोजन का महत्व
श्री भागवत कथा की शुरुआत
तुलसी कलश यात्रा के साथ ही श्रीमद भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य धर्म, संस्कृति, और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देना है।
नगर का भक्तिमय माहौल
पूरी यात्रा के दौरान नगरवासियों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ भाग लिया। धार्मिक जयकारों और भागवत कथा के महत्व ने सभी को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
सूर्य मंदिर परिसर में आयोजित तुलसी कलश यात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था को बल दिया बल्कि नगरवासियों को एकजुट किया। इस तरह के आयोजन समाज में शांति, भाईचारे और धार्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।