Dhanbad News || गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (GEC), पलामू में शिक्षा मंत्रालय के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC 7.0) के तहत दो दिवसीय स्टार्टअप आइडिया पिचिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता छात्रों को समाज और पर्यावरण से जुड़े ज्वलंत मुद्दों के समाधान हेतु अपने अभिनव स्टार्टअप विचार प्रस्तुत करने का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करती है।
उद्घाटन सत्र और प्रेरणादायक वक्तव्य
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और छात्रों को पारंपरिक सोच से आगे बढ़कर नवाचार को अपनाने के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि बीएसएनएल डाल्टनगंज के एजीएम मार्केटिंग श्री सुनील कुमार मैती ने उद्यमशीलता की सोच के महत्व पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मुरली मनोहर ने आधुनिक शिक्षा में उद्यमशीलता की भूमिका पर प्रकाश डाला, जबकि समन्वयक डॉ. राजेश नारायण देव और श्री भावेश कुमार ने रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
जूरी पैनल और विचारों का मूल्यांकन
प्रतियोगिता में प्रतिष्ठित जूरी पैनल शामिल था, जिसमें डॉ. योगेश कुमार प्रजापति, डॉ. विनीता शेखर, डॉ. सुमित कुमार, श्री निपेन कुमार दास, डॉ. आलोक मानस दुबे और डॉ. अभिषेक शर्मा ने छात्रों के विचारों का गहन मूल्यांकन किया और उनके विचारों को सुधारने के लिए उपयोगी सुझाव दिए।
पहले दिन की प्रस्तुतियों की झलक
पहले दिन 15 से अधिक टीमों ने अपने स्टार्टअप विचार प्रस्तुत किए। इनमें से कुछ उल्लेखनीय विचार निम्नलिखित थे:
- पुन: उपयोग योग्य सैनिटरी पैड: मासिक धर्म स्वच्छता को बढ़ावा देने और प्लास्टिक कचरे को कम करने पर केंद्रित।
- बायोफ्यूल्स प्रोजेक्ट: जीवाश्म ईंधनों के टिकाऊ विकल्प की वकालत।
- कोडिंग शिक्षा सुलभ बनाना: वंचित समुदायों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना।
- कृषि में क्रांतिकारी तकनीकें: किसानों के लिए नवीन समाधान।
- गेहूं से बने इको-फ्रेंडली स्ट्रॉ: प्लास्टिक का विकल्प।
कार्यक्रम की उपलब्धि और टीमों का योगदान
इस प्रतियोगिता में कुल 30 से अधिक टीमों ने भाग लिया, जिनमें शेष टीमों की प्रस्तुतियां अगले दिन होंगी। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने में संदीपेश कुमार, सौरव भारती, मोहम्मद फैजान अली, बिलाल अंसारी, रिया कुमारी, प्रथम कुमार, और मंजीत की समर्पित टीम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
यह आयोजन न केवल छात्रों की रचनात्मकता और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करता है, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी बढ़ावा देता है। उम्मीद है कि इस मंच से निकलने वाले विचार भविष्य में नवाचार और विकास का आधार बनेंगे।