Dhanbad News || धनबाद की उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी माधवी मिश्रा ने कहा कि स्वस्थ माता और स्वस्थ बच्चे के लिए टीकाकरण बेहद आवश्यक है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करना होगा। उन्होंने यह बात न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (14 वैलेंट) के शुभारंभ समारोह में कही।
टीकाकरण कार्यक्रम का व्यापक क्रियान्वयन
उपायुक्त ने जोर देकर कहा कि किसी भी टीकाकरण कार्यक्रम में एक भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए। स्वास्थ्य कर्मियों को जमीनी स्तर पर अभियान का उत्तम निष्पादन करना होगा और लोगों को स्वास्थ्य केंद्र तक लाने के लिए जागरूकता बढ़ानी होगी। उन्होंने माताओं और बच्चों को कुपोषण उपचार केंद्र (एम.टी.सी.) में लाकर कुपोषण से मुक्ति दिलाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
टीकाकरण से रोकने योग्य बीमारियों की रोकथाम
बैठक के दौरान उपायुक्त ने नियमित टीकाकरण, टीकाकरण से रोकने योग्य बीमारियां, और टीकाकरण के बाद के प्रतिकूल प्रभाव (ए.ई.एफ.आइ.) जैसे मुद्दों की समीक्षा की।
धनबाद की टीकाकरण उपलब्धियां
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के एसएमओ डॉ. अमित कुमार ने बताया कि धनबाद जिले ने नवंबर 2024 तक टीकाकरण में 96% की सफलता प्राप्त की है, जबकि हेपेटाइटिस बी टीकाकरण में 94% उपलब्धि दर्ज की गई। उन्होंने टीकाकरण के बाद के प्रतिकूल प्रभावों की रिपोर्टिंग, ग्लोबल वैक्सीन एक्शन प्लान, और क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ
समारोह में बच्चों को न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (14 वैलेंट) का टीका लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही ए.ई.एफ.आइ. सर्विलांस एंड रिस्पांस नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर उपायुक्त माधवी मिश्रा के साथ उत्तरी छोटानागपुर के क्षेत्रीय उप निदेशक डॉ. सिद्धार्थ सनयाल, सिविल सर्जन डॉ. चंद्रभानु प्रतापन, डीआरसीएचओ डॉ. रोहित गौतम, डॉ. रवि रंजन झा, डॉ. सुनिल कुमार और विभिन्न प्रखंडों के एमओआईसी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
निष्कर्ष
टीकाकरण न केवल माताओं और बच्चों को स्वस्थ रखने का एक महत्वपूर्ण साधन है, बल्कि यह समाज में कुपोषण और बीमारियों से लड़ने का एक कारगर उपाय भी है। धनबाद में इस अभियान की सफलता से अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा मिलेगी।