Dhanbad News || 20 दिसंबर 2024 को धनबाद जिला कांग्रेस कमिटी ने गृहमंत्री अमित शाह के विवादित बयान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में धनबाद मुख्यालय स्थित रणधीर वर्मा चौक पर आयोजित किया गया। प्रदर्शन के दौरान बाबा साहेब अंबेडकर पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की गई।
प्रदर्शन और सभा: न्याय और समानता के लिए आवाज बुलंद
प्रदर्शन की शुरुआत पुराने कांग्रेस कार्यालय से जुलूस निकालकर हुई, जो रणधीर वर्मा चौक पर पहुंचकर एक सभा में परिवर्तित हुई। सभा की अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति गृहमंत्री की ओछी मानसिकता उनके बयान में साफ झलकती है। उन्होंने कहा कि यह बयान भारतीय संविधान के रचयिता का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मोदी सरकार और भाजपा पर प्रहार
जिलाध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में भाजपा और मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठी राजनीति के सहारे देश को गुमराह कर रही है। उन्होंने राहुल गांधी पर किए गए फर्जी मुकदमों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इन तानाशाही कदमों से डरने वाली नहीं है। उन्होंने मोदी सरकार को ‘जुल्म की बुनियाद पर खड़ी सरकार’ बताते हुए कहा कि कांग्रेस की लड़ाई इसके खात्मे तक जारी रहेगी।
बाबा साहेब का अपमान और भाजपा की साजिश
सभा में जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा और आरएसएस की नीतियां संविधान और अंबेडकर के विचारों के खिलाफ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बयान के माध्यम से संघ की मानसिकता का परिचय दिया है। साथ ही, उन्होंने भाजपा के सांसदों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बाधित करने का भी आरोप लगाया।
देशव्यापी विरोध की अपील
सभा में यह भी कहा गया कि कांग्रेस पार्टी और देश के सभी नागरिक भाजपा और आरएसएस की विचारधारा का पुरजोर विरोध करेंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस हमेशा तैयार रहेगी।
प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी
धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी, झारखंड प्रदेश कांग्रेस महासचिव मदन महतो, सचिव शमशेर आलम, डेलिगेट मनोज कुमार यादव, राजेश्वर यादव, इरफान खान चौधरी, दिलीप मिश्रा, कुमार गौरव, और कई अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।
निष्कर्ष: संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प
यह विरोध प्रदर्शन न केवल गृहमंत्री के विवादित बयान के खिलाफ था, बल्कि यह संविधान, लोकतंत्र और अंबेडकर की विरासत की रक्षा के लिए कांग्रेस की अटूट प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी ने साफ संदेश दिया कि वह अन्याय और तानाशाही के खिलाफ अपनी आवाज उठाती रहेगी।