Sindri News || ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा नशा मुक्ति के लिए जागरूकता अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। इसी क्रम में लक्ष्मी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, धनबाद में एक प्रेरणादायक नाटक मंचन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ज्योति प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ की गई। इस अवसर पर बीके माधव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए नशे की समस्या पर गहन चर्चा की।
नशे की गिरफ्त में समाज और उसका प्रभाव
बीके माधव ने बताया कि आज न केवल युवा बल्कि बच्चे और बड़े भी नशे की चपेट में आ रहे हैं। नशे की लत के कारण लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और अपने परिवार की खुशियों को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने समझाया कि नशे की आदत न केवल हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि हमारी मेहनत की कमाई और समाज में हमारी प्रतिष्ठा को भी खत्म कर देती है। इसके चलते परिवार अपने बच्चों को उचित शिक्षा देने में भी असमर्थ हो जाते हैं।
जिम्मेदार नागरिक बनने की अपील
बीके माधव ने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे नशे की बुरी आदतों को त्यागकर एक जिम्मेदार नागरिक बनने का कर्तव्य निभाएं। कार्यक्रम में सभी उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों और ब्रह्माकुमारी परिवार के सदस्यों ने यह शपथ ली कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करेंगे। उन्होंने “नशा मुक्त भारत, नशा मुक्त धनबाद, नशा मुक्त झरिया” के निर्माण का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में सहयोग और समर्थन
इस जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने में बीके माधव, बीके रवि, बीके मनोरंजन, बीके मनोज, बीके निमी, डोली, बीके मुकेश, रीना, जयश्री, सुनीता, नीरज, रणविजय सिंह, रघुवंश सिंह, स्कूल प्रबंधन से प्राचार्य गौतम बनर्जी, आचार्य आनंद महतो, संजय पांडे, भगवान साहू, अभय सिंह, कविता अग्रवाल, इंदु और सरिता सहित सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नशा मुक्त समाज की दिशा में एक प्रेरक कदम
यह कार्यक्रम न केवल नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रयास था, बल्कि समाज को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का भी संदेश देता है। इस प्रकार के अभियान हमारे समाज को नशामुक्त बनाने और भविष्य को उज्ज्वल करने में सहायक सिद्ध होंगे।
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