Baghmara News || धनबाद जिले के बाघमारा अनुमंडल के सोनारडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत हड़कूप भट्टा में इंसाफ की उम्मीद लिए गुड्डू भुइंया, जगेश्वर भुइंया समेत पांच परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठे हैं। इनकी मांगें कितनी जायज़ या नाजायज़ हैं, यह जांच का विषय हो सकता है, लेकिन जो साफ दिखाई दे रहा है, वह यह कि यहां मानवता कराह रही है।

धरना और हालात की गंभीरता
धरने पर बैठे परिवारों ने तंबू गाड़ रखा है, जहां छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी असुविधाओं के बीच रहने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी हो या ठंडी रातें, इन परिवारों के हौसले कम नहीं हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपने स्थान से हटने वाले नहीं हैं।

प्रशासन की निष्क्रियता
अब तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इनकी सुध नहीं ली है। यह स्थिति प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाती है। जब गरीब और बेसहारा लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएं, तो यह सिस्टम की विफलता का संकेत देता है।
निष्कर्ष
यह मामला केवल कुछ परिवारों की समस्या नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी का भी सवाल है। जरूरत है कि प्रशासन जल्द से जल्द इनकी मांगों की समीक्षा करे और न्यायसंगत समाधान निकाले, ताकि खुले आसमान के नीचे इंसाफ के लिए संघर्ष कर रहे इन परिवारों को राहत मिल सके।