DHANBAD | धनबाद सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा द्वारा गठित तीन डॉक्टरों की जांच टीम गुरुवार 22 जून को तोपचांची प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहोबहियार पहुंची. जिप अध्यक्ष शारदा सिंह ने विगत दिनों तोपचांची प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन पर कुछ आरोप लगाए थे. उन आरोपों के परिप्रेक्ष्य में जांच टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया.
जांच टीम के सामने ग्रामीणों ने अव्यवस्था का आरोप लगाया. कहा कि अस्पताल में आज सिर्फ दिखावा के लिए व्यवस्था में बदलाव किया गया है. स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. टीम के आने की सूचना के बाद अस्पताल की व्यवस्था हर दिन की तुलना में बेहतर थी. कुछ ग्रामीण खुश थे तो कुछ नाराज भी. इलाज कराने आए एक ग्रामीण ने जांच टीम से पूछा कि “सर जिस प्रकार की व्यवस्था आज है, वह हमेशा रहेगा कि नहीं”. टीम ने आश्वासन दिया कि व्यवस्था में सुधार होगा.
जांच टीम जब अस्पताल के लेबर रूम में पहुंची तो वहां एक गर्भवती महिला ठंड से कांप रही थी. जांच टीम ने जेएनएम को फटकार लगाते हुए कहा कि कंबल नहीं है क्या? इसके बाद महिला को कंबल दिया गया. जांच टीम ने जब लेबर रूम की महिला सफाई कर्मी से गर्भवती महिलाओं से पैसा लिये जाने के मामले में पूछताछ की तो सफाई कर्मी गीता देवी ने स्वीकार किया कि पैसा लिया जाता है. टीम ने जीएनएम सोनामुनी को कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत दी. जांच टीम ने बंद कमरे में विगत 16 जून की घटना के संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन, जीएनएम सोनामुनी अड्डी तथा स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ कीकिया. जिप सदस्य विकास कुमार महतो से भी टीम ने बंद कमरे में घंटों पूछताछ की. टीम ने जिव अध्यक्ष से भी पूछताछ करने की बात कही. जांच टीम में शामिल चिकित्सकों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपी जाएगी. टीम में जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार, बाघमारा चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीष कुमार तथा डॉ मधु दास शामिल थे.