DHANBAD | जिला झामुमो के प्रवक्ता समीर रवानी ने बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के विस्थापितों के संबंध में दिए गए बयान पर तंज कसा है. उन्होंने 11 जुलाई को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ढुल्लू महतो तीन टर्म से विधायक हैं.
उन्हें अब विस्थापितों की याद आई है. धनबाद से लोकसभा का टिकट पाने के लिए घड़ियाली आंशु बहा रहें हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ढुल्लू ने खुद न जाने कितने आदिवासी, मूलनिवासी की जमीन हड़प रखी है. सार्वजनिक रूप से यह आरोप स्वयं भुक्तभोगियों ने लगाए हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से ढुल्लू महतो की पूरी संपत्ति की जांच कराने की मांग की.
झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि विधायक को यह बताना चाहिए कि वह बाघमारा के चिटाही के मूलनिवासी हैं या नहीं. यह भी बताएं कि कोयला मजदूरों के सरदार का काम करने वाले व्यक्ति ने बाघमारा से बंगाल तक करोड़ों की जमीन कैसे खरीद ली. ऐसा कौन-सा व्यापार करते हैं कि कि विगत 15 साल में मजदूर के सरदार से अरबपति कैसे बन गए. उन्होंने कहा कि रही बात कोयला चोरी और रंगदारी की, तो विधायक इस मामले में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाले मुहावरे को चरितार्थ कर रहे हैं. खुद बताएं कि बाघमारा में 1200 टन कोयला में रंगदारी किसकी थी. आउटसोर्सिंग कंपनियों से रंगदारी कौन लेता है. सच्चाई यह है कि विधायक अपनी राजनीति चमकाने और लोकसभा का टिकट फाइनल कराने के लिए घड़ियाली आंशू बहा रहे हैं. अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. जनता विधायक के चाल-चरित्र को अच्छी तरह जानती है.