RANCHI | झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ। पहले दिन स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने अपने संबोधन में कहा- यह सत्र छोटा जरूर है, पर अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी सदस्य इस सत्र का ज्यादा से ज्यादा उपयोग अपने क्षेत्र की जनता के कल्याण के लिए करें। जनसमस्याओं के निवारण के लिए सदन में सार्थक विमर्श जरूरी है। यह विमर्श सभी सदस्यों की उपस्थिति से ही संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा- व्यय विवरणी के व्यवस्थापन के लिए एक दिन, राजकीय विधेयक के लिए तीन दिन और गैरसरकारी संकल्प सभा के अंतिम कार्य दिवस के लिए निर्धारित हैं। इसके अतिरिक्त प्रक्रिया व कार्य संचालन के नियमों के अधीन सदस्यों को जन सरोकार से जुड़े विषयों और समस्याओं पर सत्र के दौरान प्रश्नकाल, शून्यकाल, ध्यानाकर्षण सूचनाएं उठाने व प्रस्तावों और संकल्पों को प्रस्तुत करने के अवसर भी प्राप्त होंगे। बेरमो को जिला बनाने की मांग लेकर लंबोदर महतो धरने पर बैठे।
जगरनाथ महतो सहित अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने बाद सदन सोमवार तक के लिए हुआ स्थगित
स्पीकर ने कहा- राष्ट्रमंडल संसदीय संघ का 66वां सम्मेलन 30 सितंबर से 06 अक्टूबर तक घाना के अकरा में निर्धारित है। ऐसे सम्मेलन से राष्ट्र की तरक्की में हम अपनी भागीदारी कैसे निभा पाएं, इस पर हमें सोचना होगा। कहा- वर्ष 2023-24 के लिए समितियों के सभापतियों व सदस्यों का मनोनयन किया गया है।स्पीकर ने सभापतियों व कार्य मंत्रणा समिति की घोषणा की। कई विधेयक व एक्शन टेकेन रिपोर्ट भी पटल पर रखे गए। इसके बाद पूर्व शिक्षा मंत्री स्व. जगरनाथ महतो सहित अन्य दिवंगत राजनेताओं, शिक्षाविदों, फिल्मी हस्तियों आदि को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।