DHANBAD | धनबाद-बरवाअड्डा को जोड़ने वाली रानीबांध मार्ग बना खतरों का सड़क, मुसाफिरों को पार करना आसान नहीं!

DHANBAD | ‘हम तमाशबीन है, तमाशा देखना, झूठे बखान करना और तमाशा दिखाना हमारी फितरत में है साहेब…’ शहर के सिटी सेंटर से बरवाअडडा जाने वाली मुख्य सड़क पर रानीबांध तालाब के समीप करीब ढाई महीनों से कभी गाड़ी पलटने, कभी पानी में किसी के गिर जाने व किसी वाहन के फंसने का नजारा हर रोज देखने को मिलता है. इधर जल जमाव का स्थायी समाधान ढूंढने में हुक्मरान विफल रहे हैं. न नेता कुछ कर पा रहे है, न धनाढ्य लोग समाधान होने देना चाहते हैं और न अफसर कुछ कर पा रहे हैं. सिर्फ टीम बना कर स्थल का मुआयना हो रहा है. जनता हिचकोले खाने को विवश है. कई बच्चे, युवाओं व महिलाओं के लिए रानी बांध दर्शनीय स्थल बना हुआ है. सड़क पर बहते पानी से गुजरना वैतरणी पार करने से कम नहीं है. 5 अक्तूबर से शहर में बारिश रुक गई है. लेकिन सड़क के एक लाइन से जमा पानी नहीं हटाया गया है. 6 अक्टूबर को भी यही स्थिति रही. हाल के दिनों में एक लाइन की गिट्टी सीमेंट से ढलाई हुई थी. उसी रास्ते से बाइक और छोटी गाडियां आना जाना कर रही हैं. बस और ट्रक जल जमाव वाले रास्ते से आ जा रहे हैं. सड़क पर जाम न लगे, इसलिए ट्रैफिक के दो तीन जवानों को तैनात कर दिया गया है. बावजूद देर रात तक सड़क पर जाम लग रहा है. कई लोग तो अब रास्ता बदल कर भी आने जाने लगे है. डीसी के निर्देश पर गठित एक्सपर्ट कमेटी में शामिल आईआईटी, नगर निगम, पीएचईडी व पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों का मंथन जारी है. गंदे पानी की निकासी को लेकर टीम अब तक किसी स्थायी नतीजे पर नहीं पहुंची है. टीम में शामिल नगर निगम के कार्यपालक अभियंता अनूप सामंता का भी मानना है कि सड़क ऊंची कर देना जल जमाव की समस्या का स्थायी समाधान नहीं है. उनका कहना है कि प्रयास जारी है, जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *