गंगा गौशाला में शिव महापुराण कथा में उमडी़ श्रोताओं की भीड़
कतरास : गंगा गौशाला गोपाष्टमी महोत्सव पर गंगा गौशाला प्रांगण में आज महापुराण कथा के तीसर दिन राष्ट्रीय संत डॉ दुर्गेशाचार्य जी महराज ने कथा में कहा गंगा, गौ और गौरी माता को बचाना है तभी हमारा राष्ट्र बचेगा बेटा बेटी में कोई अंतर नहीं है भ्रूण हत्या पर चर्चा करते हुए कहां राष्ट्र को बचाना है तो बेटी को बचाना होगा. गौ, गंगा और गौरी राष्ट्र की गौरव है. जो भवसागर पार लगता है वही पुत्र कहलाने के काबिल है. मनुष्य का जीवन तभी सफल होता है जो अपने माता-पिता, सास ससुर बड़े बुजुर्ग की सेवा करता है. मृत्यु उपरांत जो क्रिया कर्म करता है वही पुत्र कहलाता है. अपने माता-पिता को गया में पिंडदान करना एक पुत्र की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है. जो अपने माता-पिता का पिंडदान नहीं करते वह पुत्र कहलन योग्य नहीं है. गौ, गरीब ब्राह्मण, साधु संत को जो अन्न दान करता है उनकी संताने आरोग्य होते हैं. भगवान के पूजा अर्चना में लगाए गए अर्थ कभी व्यर्थ नहीं जाता.मौके पर गौशाला के अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल, सचिव महेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष चौधरी, संतोष जलान, श्रवण खेतान, स्नेहा अग्रवाल,उषा चौधरी, पंकज सिन्हा, कृष्ण कन्हैया राय,कमलेश सिंह, बिरजू राम चौरसिया, मनोज पांडे उपस्थित थे.