समाहरणालय का नया भवन धनबाद वासियों को किया समर्पित, मुख्यमंत्री ने 531 करोड़ 7 लाख 35 हज़ार 565 रुपए की 206 योजनाओं का दिया तोहफा, 3 लाख 76 हज़ार 497 लाभुकों के बीच 418 करोड 21 लाख 55 हज़ार 242 रुपए की बांटी परिसंपत्ति, झारखंड को इतना ताकतवर राज्य बनाएंगे कि यह अपने बलबूते विकास का रास्ता तय करेगा : मुख्यमंत्री
सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के लिए उन्हें योजनाओं से जोड़ने का कर रही है काम – मुख्यमंत्री
केंद्र सरकार ने सहमति जताई तो राज्य सरकार बलियापुर में बनाएगी एयरपोर्ट – मुख्यमंत्री
धनबाद : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज बलियापुर प्रखंड में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने 408 करोड़ रुपए से अधिक की 71 योजनाओं का उद्घाटन तथा 122 करोड़ रुपए से अधिक की 135 योजनाओं का शिलान्यास किया। साथ ही 3.76 लाख लाभुकों के बीच 418 करोड़ रुपए से अधिक की परिसंपत्तियों का वितरण किया। कार्यक्रम में शामिल अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि धनबाद में लंबे समय से एयरपोर्ट बनाने की मांग उठ रही है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल को एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव आया है। परंतु यह फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन आफ इंडिया (एफसीआई) की जमीन है। यदि केंद्र सरकार ने सहमति जताई तो निश्चित रूप से राज्य सरकार बलियापुर में एयरपोर्ट बनाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग, झारखंड आंदोलनकारी, छात्र-छात्राएं, महिलाओं को शहर की ओर निशुल्क यात्रा करने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए ग्रामीण सड़कों को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। इसलिए राज्य सरकार ने 500 करोड रुपए की लागत से धनबाद जिले की 700 किलोमीटर ग्रामीण सड़क एवं 700 करोड रुपए की लागत से शहरी क्षेत्र की 275 किलोमीटर सड़क को बनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में राज्य सरकार ने 20 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, 36 लाख से अधिक लोगों को पेंशन और 20 लाख लोगों को ग्रीन राशन कार्ड उपलब्ध कराया है।
उन्होंने आगे कहा कि यह आदिवासियों-मूलवासियों और झारखंड वासियों की सरकार है। यह सरकार रांची- दिल्ली से नहीं बल्कि गांव-देहात और मोहल्ला -टोला से चल रही है। हर व्यक्ति के दरवाजे तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाने का महाअभियान चल रहा है। लोगों को पूरे मान- सम्मान के साथ उनका हक-अधिकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज कोई भी ऐसा घर नहीं होगा, जहां सरकार की कोई न कोई योजना नहीं पहुंची हो। हमारी सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के लिए उन्हें योजनाओं से जोड़ने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम पहली बार वर्ष 2021 में आयोजित हुआ था। इस दौरान लगभग 30 लाख आवेदन मिले थे। वहीं, 2022 में आयोजित दूसरी बार के कार्यक्रम में लगभग 50 लाख लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन शिविरों में दिया था। तीसरी बार यह कार्यक्रम इस वर्ष 24 नवंबर से चल रहा है। इन शिविरों में जिस तरह लोगों का उत्साह देखने को मिल रहा है उससे साफ जाहिर होता है कि लोगों को सरकार से काफी उम्मीदें हैं।
उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के दो दशकों तक लोगों की समस्याओं का समाधान सही तरीके से नहीं हो सका था। लेकिन, हमारी सरकार लोगों के घर और दरवाजे तक पहुंच कर उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है। यह सिलसिला हर वर्ष जारी रहेगा और इस दौरान कई नई योजनाएं भी लेकर सरकार आपके बीच आएगी। सरकार की कोशिश है कि सरकार की योजनाओं से जुड़कर हर घर – परिवार खुशहाल और समृद्ध बने।
शिविरों में शामिल होकर योजनाओं की हकीकत का ले रहा हूं जायजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत यह 20वां शिविर है जिसमें मैं स्वयं शामिल हो रहा हूं। मैं इन शिविरों में आकर यह देखने का प्रयास कर रहा हूं कि सरकार की योजनाओं की क्या प्रगति है और लोगों को इसका लाभ किस तरीके से मिल रहा है। हमारी कोशिश है कि सरकार की योजनाएं हकीकत में धरातल पर उतरे, ताकि गरीबों जरूरतमंदों और वंचितों का इसका लाभ मिल सके।
राज्य के युवक – युवतियों को बनाएंगे कमर्शियल पायलट और एयर होस्टेस
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुमका में एविएशन ट्रेंनिंग सेंटर खोलने का काम अंतिम चरण में है। इसके शुरू होने से यहां के युवक – युवतियों को कमर्शियल पायलट, ग्राउंड इंजीनियर और एयर होस्टेस का प्रशिक्षण मिलेगा। सरकार के इस कदम से एविएशन के क्षेत्र में झारखंड के नौजवानों के आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होगा।
10 वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को मिलेगा गुरुजी क्रेडिट कार्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के सभी विद्यार्थियों को गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ दिया जाएगा, ताकि वे इंजीनियर, डॉक्टर, लॉयर और अफसर बन सके। इस योजना की खासियत है कि आपको डिग्री मिलने तक इस योजना के तहत मिले शिक्षा ऋण को वापस करने की जरूरत नहीं है। जब आपकी नौकरी लगेगी तभी आप किश्त में ऋण चुकाएं। इस योजना को लॉन्च करने का मकसद है कि कोई भी विद्यार्थी आर्थिक कठिनाई की वजह से अपनी पढ़ाई को ना छोड़े और अपने भविष्य को संवारने का काम करें।
बच्चों को दी जाएगी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित पुस्तिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लाइब्रेरी और विद्यालयों में विद्यार्थियों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित पुस्तिका दी जाएगी। ताकि, वे अपने परिजनों और अभिभावकों को यह बता सके कि उनके लिए सरकार के द्वारा कौन-कौन सी योजनाएं चलाई जा रही है। इससे यह फायदा होगा कि लोग जानकारी के अभाव में योजनाओं से वंचित नहीं रहेंगे और अपनी जरूरत की योजना से जुड़ सकेंगे। उन्होंने कहा हमने अबुआ आवास योजना शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से 8 लाख गरीबों को तीन कमरे का पक्का मकान दिया जाएगा। ऐसी कई और योजनाएं है जिनके द्वारा हम समाज के हर वर्ग और तबके को मजबूत और सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
युवाओं को हुनरमंद बना रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मशीनी युग है। फैक्ट्री में इंसान की जगह मशीनें लेती जा रही है। ऐसे में युवाओं का हुनरमंद होना अति आवश्यक है। सरकार इस बात से भलीभांति वाकिफ है। इसी वजह से अब प्रखंड स्तर पर युवाओं को स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग दे रहे हैं ताकि वे प्रतिस्पर्धा के इस युग में अपनी जगह को बनाए रखने में समर्थ रहें।
रोजगार के लिए मजदूरों को नहीं जाना होगा बाहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में यह पता चला कि झारखंड के लाखों मजदूर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों और विदेशों में जाते हैं। यहां उन्हें कैसी- कैसी परेशानियों का सामना करना होता है, इसकी जानकारी तब मिली जब उन्हें कोरोना काल में वापस लेकर हम आए। अब इन मजदूरों को काम के लिए बाहर जाना नहीं पड़े, इसके लिए भी सरकार ने योजनाएं बनाई है। अब इन्हें अपने गांव और घर में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास हो रहा है। इतना ही नहीं, मजदूरों के कल्याण और सुरक्षा के लिए भी सरकार ने योजना बना रखी है। आप श्रम विभाग के पोर्टल पर अपना निबंधन कर इन योजनाओं का लाभ जरूर लें।
खेत खलियान और पशुधन ही अन्नदाताओं की संपत्ति है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड ग्रामीण परिवेश वाला राज्य है। यहां की ज्यादातर आबादी खेती, पशुपालन और मजदूरी पर आश्रित है। ऐसे में गांव को मजबूत किए बिना राज्य को मजबूती नहीं दे सकते हैं। यही वजह है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा अन्नदाताओं की संपत्ति खेत-खलिहान और पशुधन है। ऐसे में मुख्यमंत्री पशुधन योजना के माध्यम से उन्हें हम बीमा कराया हुआ पशु दे रहे हैं। वहीं, किसानों को सशक्त बनाने के लिए बिरसा हरित ग्राम योजना और दीदी बाड़ी योजना सहित कई और योजनाएं चल रही हैं।
बिजली के लिए डीवीसी पर निर्भरता नहीं रहेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ जिले ऐसे हैं जहां बिजली के लिए डीवीसी से बिजली खरीदनी पड़ती है। इसमें अक्सर डीवीसी की मनमानी की बात सामने आती है। लेकिन, सरकार बहुत जल्द अपने बलबूते पूरे राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति करेगी। इसके लिए ट्रांसमिशन लाइन और ग्रिड तथा सब स्टेशन बनाने का काम बहुत तेजी से चल रहा है।
2025 तक झारखंड को एक ताकतवर राज्य बनाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 में झारखंड 25 वर्ष का युवा हो जाएगा। ऐसे में अगले दो वर्षों में राज्य को इतना ताकतवर बनाएंगे कि हमें किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। झारखंड राज्य इतना सक्षम बन जाएगा कि यह अपने विकास का मार्ग खुद तय करेगा और देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा।
मुख्यमंत्री ने कई विकास योजनाओं का दिया तोहफा
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने 531 करोड़ 7 लाख 35 हज़ार 565 रुपए की 206 योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया। इसमें 122 करोड़ 68 लाख 6 हज़ार 264 रुपए की 135 योजनाओं की नींव रखी गई। जबकि 408 करोड़ 39 लाख 29 हज़ार 301 रुपए की 71 योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ। वहीं, विभिन्न योजनाओं के 3 लाख 76 हज़ार 497 लाभुकों के बीच 418 करोड़ 21 लाख 55 हज़ार 242 रुपए की परिसंपत्तियों बांटी गई।
कार्यक्रम स्थल पर अबुआ आवास, अग्रणी जिला प्रबंधक, कल्याण, विकास, स्वास्थ्य, आपूर्ति, श्रम नियोजन, कृषि, शिक्षा, मत्स्य, समाज कल्याण, जनसंपर्क, नगर निगम, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, पंचायती राज, सांख्यिकी, सहकारिता, जेएसएलपीएस, पीएचईडी, आधार पंजीकरण, पशुपालन गव्य विकास, भूमि सुधार, सामाजिक सुरक्षा सहित अन्य विभागों के स्टाल लगाए गए थे। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर विभिन्न प्रकार की जानकारियां ली।
वहीं हवाई पट्टी पर उपयुक्त ने पुष्प गुच्छ देकर माननीय मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत किया गया। उन्होंने मांदर बजाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
समारोह में माननीय श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो, झरिया की विधायक श्रीमती पूर्णिमा नीरज सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उपायुक्त वरुण रंजन, वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार, उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल, नगर आयुक्त रवि राज शर्मा, अपर समाहर्ता विनोद कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था कमलाकांत गुप्ता, डीसीएलआर सतीश चंद्रा, अनुमंडल पदाधिकारी श्री उदय रजक, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री सुशांत मुखर्जी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय, सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानू प्रतापन, निदेशक एनईपी श्रीमती इंदु रानी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रीमती रूमा झा, सिटी एसपी अजीत कुमार, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, डीएसपी मुख्यालय एक अमर कुमार पांडेय, डीएसपी विधि व्यवस्था अरविंद कुमार बिन्हा सहित अन्य प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।