कतरास: कांको मठ बाबा तिलका मोड़ में भारत के आदिविद्रोही एवं प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद बाबा तिलका मांझी की 274वां जयंती समारोह शहीद तिलका मांझी स्मारक समिति, कांको के तत्वावधान में मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता शिबू मांझी एवं संचालन प्रफुल्ल मंडल ने किया। सर्वप्रथम शहीद बाबा तिलका मांझी के आदमकद प्रतिमा पर माननीय विधायक सह पूर्वमंत्री श्री मथुरा प्रसाद महतो, गोपाल बर्नवाल, राजेन्द्र प्रसाद राजा, कंचन महतो, शिबू मांझी, दर्शन सिंह, प्रफुल्ल मंडल, नरेश मंडल, परवेज इकबाल, चुनू खान, जयराम दास, अमीर खान, सोहन टुडू, संजय महतो, मोती लाल महतो, परितोष महतो सैकड़ों ग्रामीणों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वर्ष 1991 में शहीद बाबा तिलका मांझी चौक का नामकरण किया गया था और वर्ष 2000 में बाबा तिलका मांझी का आदमकद प्रतिमा का अनावरण माननीय सांसद सह झामुमो के अध्यक्ष गुरुजी शिबू सोरेन ने किया था। चौक नामकरण एवं स्थापना काल के तीन वरिष्ठ नेता गोपाल बर्नवाल, शिबू मांझी और शिक्षक दर्शन सिंह का समारोह में सम्मान किया गया। माननीय विधायक सह झा.वि.सभा के सचेतक पूर्वमंत्री श्री मथुरा प्रसाद महतो ने शॉल ओढ़कर एवं माला पहनाकर तीनो वरिष्ठ साथियों का सम्मान किया गया। समारोह को माननीय विधायक सह पूर्वमंत्री श्री मथुरा प्रसाद महतो ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गोपाल बर्नवाल के नेतृत्व में नारायण चक मौजा, कांको में आंदोलन कर 99एकड़ जमीन गुंदलीबेड़ा के आदिवासीओं में वितरण कराया गया, जिसमें आज भी आदिवासी ग्रामीण खेती कर रहें हैं, इस जमीन आंदोलन में शहीद शक्ति नाथ महतो, शिबू मांझी की सक्रिय एवं नेतृत्वकारी भागीदारी रही। अपने सम्बोधन में माननीय विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने बाबा तिलका मांझी को पहला स्वतंत्रता सेनानी बताया और उनके अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोहों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। समारोह को गोपाल बर्नवाल, दर्शन सिंह, शिबू मांझी, कंचन महतो, राजेन्द्र प्रसाद राजा, अमीर खान ने भी संबोधित किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा धनबाद जिला अध्यक्ष लखी सोरेन, जिला सचिव मनु आलम,पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू एवं पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रतिलाल टुडू, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष शिव प्रसाद महतो, प्रखंड अध्यक्ष अजमूल अंसारी, प्रखंड सचिव रंजीत महतो, महानगर के नेता देबू महतो, धरणीधर मंडल,मुखिया मो. आजाद सहित दर्जनों नेताओं ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी और समारोह को संबोधित किया। प्रफुल्ल मंडल ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा शिबू मांझी ने समापन की घोषणा की।