BAGHMARA | बाघमारा कॉलेज में परीक्षा दे रही छात्रा के साथ प्रोफेसर द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अखबार में खबर प्रकाशित होने पर संज्ञान लेते हुए प्राचार्य ने आरोपी प्रो.अजय कुमार सिंह को परीक्षा कार्य से निलंबित कर दिया है। इधर, घटना के खिलाफ शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधि मंडल प्राचार्य डा. रंजन कुमार से मिला और दोषी प्रो. को बर्खास्त करने की मांग की।
ABVP ने की दंडात्मक कार्रवाई की मांग
अभाविप के कोयलांचल विश्वविधालय के सह संयोजक शिवम रवानी ने कहा कि कॉलेज में इस तरह की घटना एक ही प्रो. द्वारा बार-बार दोहराई जा रही है, जिससे छात्र-छात्राओं के साथ अभिभावकों मे काफी रोष व्याप्त है। आरोपी प्रोफेसर पर दंडात्मक कारवाई की जानी चाहिए। अगर कॉलेज प्रशासन आरोपी प्रो. पर कठोर कारवाई नहीं करेगा तो अभाविप आंदोलन करने को बाध्य होगा। प्राचार्य ने कहा कि अगर छात्रा या उनके अभिभावक द्वारा लिखित शिकायत की जाती है, तो कार्रवाई अवश्य की जायेगी। प्रतिनिधि मंडल में कतरास कॉलेज के अध्यक्ष स्वयं स्वर्ण, सुशांत कुमार, अनिकेत गुप्ता शुभम हजारी, मोहित शर्मा, करण स्वर्णकार, उमेश, सुदीप, अनीश, अभिजित, लक्ष्मण, सत्यम कुमार, सूरज प्रसाद, उज्ज्वल कुमार, प्रमोद कुमार, रोशन कुमार, श्रवन कुमार थे।
हमेशा से विवाद में रहे हैं प्रोफेसर अजय
बाघमारा कॉलेज में मनोविज्ञान के प्रोफेसर अजय कुमार सिंह का हमेशा विवादों से नाता रहा है। दो वर्ष पूर्व महुदा पथरगढ़िया की छात्रा के साथ वाट्सअप पर अश्लील मैसेज व छेड़खानी का मामला सामने आया था। 21 जनवरी 2021 को छात्रा ने इसकी लिखित शिकायत बाघमारा पुलिस से की थी, जिसके बाद छात्रा की शिकायत पर प्रो. के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
इस आरोप में उनको करीब दो वर्षों तक कॉलेज से निलंबित रखा गया था। इधर, कुछ माह पूर्व ही उनको फिर से ज्वाइनिंग दी गई है। अभी उनके स्थाई ज्वाइनिंग का मामला कॉलेज के तदर्थ समिति के पास लंबित है।
2007 में छात्रा से किया था प्यार का इजहार
इसके पहले भी 2007 में एक छात्रा ने प्यार का इजहार करने का आरोप लगाया था। तब भी उनको कार्य से हटा दिया गया था। बार-बार एक ही प्रो. द्वारा छात्राओं के साथ गलत हरकत करने की घटना से बाघमारा कॉलेज की साख पर आंच लगा रही है।
इस मामले में बाघमारा कॉलेज के प्राचार्य रंजन कुमार का कहना है कि अखबार में खबर पढ़ने के बाद उनको घटना की जानकारी मिली। खबर पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रो. अजय कुमार सिंह को परीक्षा कार्य से निलंबित कर दिया गया है। अगर पीड़ित छात्रा या उनके स्वजन शिकायत करते हैं तो इसकी जांच व कार्रवाई केतदर्थ समिति को लिखा जायेगा।
इधर प्रो. अजय कुमार का कहना है कि परीक्षा के दौरान छात्रा कदाचार कर रही थी, जिसे रोकने के लिये कॉपी ली गई थी। उनपर जो भी आरोप लगाये गये हैं वो निराधार हैं