Baghmara News || बाघमारा अंचल में ग्राम स्वराज अभियान के तहत रैयतों ने जमीन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रैयत पत्रकार भी इस आंदोलन में शामिल होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा रहे हैं।
रैयतों की मुख्य समस्याएँ
- जमीन का म्यूटेशन और रसीद कटवाना: दर्जनों भू स्वामी अपने जमीन के म्यूटेशन, ऑनलाइन प्रविष्टि और रसीद कटवाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन अधिकारियों की अड़चनें इन प्रक्रियाओं में बाधा डाल रही हैं।
- सीमांकन और नापी का विवाद: जमीन विवाद के कारण सीमांकन हेतु नापी कराना भी रैयतों के सामने बड़ी चुनौती बनकर आया है।
आरटीआई के माध्यम से शिकायतें
सभी रैयतों ने सीओ कार्यालय में अपने-अपने मामलों को लेकर आरटीआई आवेदन दायर किए हैं, जिससे उन्हें अपनी शिकायतों पर कार्यवाही की रिपोर्ट प्राप्त करने की उम्मीद है।
आंदोलन का नेतृत्व
रैयत कमल महतो ने बताया कि पिछले एक-दो वर्षों से पुश्तैनी जमीन का ऑनलाइन प्रविष्टि और रसीद कटवाने के प्रयासों में अधिकारियों की जड़ता ने रैयतों को निराश किया है। रैयत बाणेश्वर महतो ने कहा कि उनका म्यूटेशन आवेदन अब तक कर्मचारियों के आईडी में लंबित है, जिससे उनकी जमीन संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं।
भ्रष्टाचार और भूमाफिया का आरोप
ग्राम स्वराज अभियान के प्रमुख जगत महतो ने आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिससे रैयतों की जमीन संबंधी शिकायतों का निवारण नहीं हो पा रहा है। उन्होंने पत्रकार अरबिन्द सिन्हा की जमीन पर हो रहे भूमाफिया के अवैध कब्जे की भी शिकायत की।
पत्रकार अरबिन्द सिन्हा की स्थिति
अरबिन्द सिन्हा ने बताया कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर भूमाफिया अशोक चौरसिया द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने सरकारी अमीन से सीमांकन करवाने के लिए दो बार प्रयास किया, लेकिन बाधाओं का सामना करना पड़ा। अरबिन्द ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय भूमाफिया को अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान कर रहा है और पुलिस प्रशासन का समर्थन नहीं कर रहा है।
धरने में शामिल प्रमुख सदस्य
धरने में विभिन्न गांवों के रैयत जैसे मुसीब अख्तर खान, सुमित्रा देवी, अरबिन्द सिन्हा, विशाल कुमार महतो, तीता कुमारी (लक्ष्मी देवी), कैलाश रजवार, कमल महतो, दिलीप कु महतो, सलिक मिस्त्री, रूपेश रवानी, राजा राम महतो आदि शामिल हैं। इनके साथ-साथ स्थानीय नेताओं और समाज के अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित हैं।
प्रशासन से मांग
धरने में उपस्थित रैयतों ने स्थानीय अधिकारियों से:
- म्यूटेशन और रसीद कटवाने की प्रक्रिया में तेजी लाने
- सीमांकन कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने
- भ्रष्टाचार की जड़ से जड़ निवारण करने
- भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
बाघमारा अंचल में जारी ग्राम स्वराज धरने से यह स्पष्ट होता है कि रैयतों को अपनी जमीन संबंधी समस्याओं का समाधान पाने के लिए मजबूत आवाज उठाने की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार और भूमाफिया के खिलाफ संघर्ष में रैयतों का यह संकल्प महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे अंततः न्याय और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी।