Baliyapur News || बलियापुर चौक पर आज झारखंड बंगाली एसोसिएशन द्वारा धनबाद सांसद ढुल्लू महतो का पुतला दहन किया गया। सांसद महतो के विवादित बयान, जिसमें उन्होंने निरसा विधायक अरूप चटर्जी को “बांग्लादेशी” कहने के साथ-साथ उनके पिताजी स्वर्गीय गुरुदास चटर्जी पर अभद्र टिप्पणी की थी, का कड़ा विरोध किया गया। बंगाली समाज ने इस बयान को अपनी अस्मिता और संस्कृति पर हमला करार दिया है।
सांसद के बयान का विरोध
बलियापुर चौक पर जमा हुए बांग्ला भाषी समुदाय के सदस्यों ने सांसद के बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा कि यह न केवल निरसा विधायक अरूप चटर्जी बल्कि समूचे बंगाली समाज का अपमान है।
झारखंड बंगाली एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा,
“भाजपा के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी बंगाली थे। आज उसी पार्टी के नेता बांग्ला भाषी लोगों को बांग्लादेशी कहकर उनका अपमान कर रहे हैं। अगर सांसद ढुल्लू महतो खुले मंच पर माफी नहीं मांगते हैं, तो सड़क से सदन तक आंदोलन होगा।”
धनबाद और बांग्ला संस्कृति का गहरा संबंध
धनबाद का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जुड़ाव बंगाल की पुरुलिया जिले से रहा है। इस क्षेत्र के अधिकांश लोग बांग्ला भाषा बोलते हैं और बंगाली संस्कृति का पालन करते हैं। बांग्ला पंजिका के आधार पर यहां पूजा-अर्चना, शादी-विवाह और अन्य संस्कार संपन्न होते हैं।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि धनबाद लोकसभा क्षेत्र में लगभग 60% बांग्ला भाषी मतदाता हैं। इन्हीं लोगों ने सांसद ढुल्लू महतो को अपना समर्थन देकर लोकसभा में भेजा, लेकिन अब वही सांसद बांग्ला भाषियों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, जो पूरी तरह निंदनीय है।
माफी की मांग और आंदोलन की चेतावनी
बंगाली समाज ने सांसद ढुल्लू महतो से सार्वजनिक मंच पर माफी मांगने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। यह आंदोलन सड़क से लेकर संसद तक चलेगा।
धरना प्रदर्शन में उपस्थित प्रमुख लोग
प्रदर्शन में मुख्य रूप से देवाशीष पांडे, दिलीप महतो, कृष्णा दान शीतल दत्ता, रामपोदो चालक, काशीनाथ मंडल, जेडू दत्ता, आदित्य मुखर्जी, अमित बनर्जी, हीरालाल मोदक,रघुनंदन सिंह सुरजीत चंद्र,मेघु महतो, आशीष चटर्जी, सुभाष कुंभकार, अरुण रजवाड़, संजीत महतो,राजा रवानी, महेश बनर्जी,राणा चट्टराज, गोपाल दास, कल्याण भट्टाचार्य, सूसोभन चक्रवर्ती, कल्याण घोषाल, कल्याण राय, राजू प्रमाणिक, जयदीप बनर्जी, आशीष चटर्जी, कल्याण चक्रवर्ती, असीम दे, आदि दर्जन साथी उपस्थित थे.