BJP President || भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर हलचल तेज हो गई है। दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में इस मुद्दे पर लगातार बैठकों का दौर जारी है। इन बैठकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की कड़ी नजर है।
तीन प्रमुख नामों पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, नए अध्यक्ष के चयन के लिए प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठक हुई है। इसमें जिन तीन नामों पर विचार किया जा रहा है, उनमें शिवराज सिंह चौहान, डॉ. सरोज पांडेय, और देवेंद्र फडणवीस शामिल हैं।
- शिवराज सिंह चौहान:
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे प्रबल दावेदारों में शामिल है। वे बीजेपी के वरिष्ठ और भरोसेमंद नेता माने जाते हैं। पार्टी के भीतर और बाहर उनकी अच्छी साख है। उनका अनुभव और संगठनात्मक क्षमता उन्हें इस पद के लिए मजबूत उम्मीदवार बनाती है। - देवेंद्र फडणवीस:
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम भी शीर्ष पद के लिए चर्चा में है। फडणवीस को बीजेपी के युवा और तेज-तर्रार चेहरों में गिना जाता है। महाराष्ट्र में पार्टी की जीत के बाद उनका कद और बढ़ गया है। साथ ही, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है, जो उनकी उम्मीदवारी को और मजबूत बनाता है। - डॉ. सरोज पांडेय:
इस बार बीजेपी महिला नेतृत्व को प्राथमिकता देकर चौंकाने वाला फैसला ले सकती है। छत्तीसगढ़ से आने वाली डॉ. सरोज पांडेय पार्टी की वरिष्ठ महिला नेता हैं। उनका संगठनात्मक अनुभव और कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रियता उन्हें इस पद के लिए योग्य दावेदार बनाती है।
दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनाने की संभावना
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि इस बार बीजेपी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन दक्षिण भारत से कर सकती है। पार्टी के प्रमुख पदों में से किसी भी स्थान पर फिलहाल दक्षिण भारत का प्रतिनिधित्व नहीं है। ऐसे में यह कदम पार्टी को क्षेत्रीय संतुलन बनाने और दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद कर सकता है।
राजनीतिक समीकरणों का विश्लेषण
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पार्टी के सामने अनुभव और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखते हुए सही नाम चुनने की चुनौती है। शिवराज सिंह चौहान का अनुभव, फडणवीस की युवा ऊर्जा और सरोज पांडेय की महिला नेतृत्व क्षमता – तीनों ही नाम अपने आप में महत्वपूर्ण हैं।
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन पार्टी के लिए एक अहम फैसला होगा। यह तय करेगा कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी की रणनीति कैसी होगी। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि बीजेपी अपने इस महत्वपूर्ण पद के लिए किसे चुनती है।