अधिकारियों के साथ जीएम ने लिया जायजा, रैयत को मिलेगा आवास और मुआवजा

DHANBAD | लोयाबाद कनकनी कोलियरी प्रबंधन द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में पैच डी के विस्तारीकरण के लिए मंगलवार 4 जुलाई को जीएम व पीओ सहित अन्य अधिकारियों ने कनकनी मैगजीन ग्राउंड के समीप खाली पड़ी जमीन का जायजा लिया. कहा गया कि जमीन पर ओबीआर डंप किया जाएगा. सेंद्रा के रैयतों के विरोध के कारण यहां ओबीआर डंप करने के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. हालांकि यहां डंप करने से पहले प्रबंधन को एक रैयत कृष्णा निषाद को मुआवजा देना होगा और स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ेगा. जलेश्वर महतो समर्थक सह कांग्रेस नेता इम्तियाज अहमद ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी नियमों के तहत काम करे. प्रबंधन रैयतों को मुआवजा और स्थानीय युवाओं को कंपनी में रोजगार देना होगा. यदि प्रबंधन इन मांगों पर गौर नहीं करता है तो विरोध किया जाएगा. जीएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को ध्यान में रखा जाएगा। दिन में जीएम अनूप कुमार राय, एजीएम बलदेव महतो, पीओ अनिल कुमार सिंह, एरिया सर्वे ऑफिसर आशुतोष कुमार, अभियंता गौरव कुमार तथा आउटसोर्सिंग कंपनी के आदित्य सिंह, अंकित सिंह और सुनील सिंह पहुंचे. खाली स्थान पर ओबीआर गिराने में क्या अड़चनें आएंगी, इसका जायजा लिया. जीएम ने स्थानीय अधिकारियों को रास्ता ठीक करने का निर्देश दिया. अभियंता को ओवर हेड तार हटाने के लिए प्रपोजल तैयार कर क्षेत्रीय कार्यालय भेजने को कहा गया. जीएम ने बताया कि ओबीआर गिराने में रैयत कृष्ण निषाद का आवास आड़े आ रहा है. उन्होंने उसके छोटे भाई से कहा कि घर डेंजर जोन में है. लोयाबाद पानी टंकी की पास बीसीसीएल का क्वार्टर उपलब्ध करा दिया जा रहा है. पांच डिसमिल जमीन के एवज में नौ लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा. भुगतान के लिए कागजात कोयला भवन भेज दिए गए हैं. रैयत ने जीएम से कहा कि उसे मुआवजा और आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा तो वह यहां से चला जाएगा.
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