दशहरा महोत्सव पर बिहार आर्ट थिएटर कर रहा नाटक ‘रामलीला’ का मंचन
धनबाद:दशहरा के शुभ अवसर पर धनबाद में भव्य दशहरा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा। इनसाइडर लाइव, झारखंड की ओर से आयोजित होने वाले दशहरा महोत्सव की तैयारियां तेज है। इस महोत्सव में दर्शकों के लिए सबसे खास होने वाला नाटक ‘रामलीला’ का मंचन। नाटक ‘रामायण’ का मंचन बिहार आर्ट थियेटर, पटना की ओर से किया जा रहा है,जिसकी प्रस्तुति 21 अक्टूबर (महासप्तमी) को होगी।नाटक का निर्देशन संस्था के महासचिव कुमार अभिषेक रंजन ने किया है। कुमार अभिषेक रंजन के अनुसार इस नाटक में दर्शक भगवान राम के जन्म से लेकर रावण वध तक के संपूर्ण ‘रामायण’ को प्रदर्शित किया जाएगा।
मुंबई और पटना के 80 कलाकार दिखाएंगे अभिनय
शहर के न्यू टाउन हॉल के मंच पर मुंबई और पटना के 80 कलाकार इस नाटक के माध्यम से भगवान राम और माता सीता के जीवन को चित्रित करेंगे। नाटक के निर्देशक अभिषेक रंजन धनबाद क्लब में गुरुवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि ने बताया कि इस नाटक के लिए जाने-माने कलाकार आ रहे हैं, जो अपने अभिनय से इस नाटक को यादगार बना देंगे। इस नाटक को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है। दर्शकों के लिए प्रवेश निशुल्क है। शाम पांच बजे से ‘रामायण’ की प्रस्तुति शुरू होगी।
युवा पीढ़ी को मर्यादित और संस्कारी बनने का संदेश देगी ‘रामायण’
‘रामायण’ के मंचन को लेकर धनबाद के लोग उत्साहित हैं। नाटक ‘रामायण’ में भगवान राम के चरित्र का बखूबी चित्रण किया जाएगा और युवा पीढ़ी को मर्यादित और संस्कारी बनने का संदेश देगी। वहीं दूसरी ओर मंच पर रावण और उसके ज्ञान को दर्शाया जाएगा। दिखाया जाएगा कि अहंकार कैसे विनाश का कारण बनता है। इस नाटक में रावण कहता कि वह आधा ब्राह्मण व आधा राक्षस है। जिसका अर्थ है कि विद्वान होने के साथ ही उसका अहंकार उसे राक्षस बनाता है। ‘रामायण’ के माध्यम से ऐसे सवाल उठाए जाएंगे, जो आज भी प्रासंगिक हैं। धनबाद में आयोजित रामलीला के सह संयोजक कुणाल प्रताप सिंह ने धनबाद के लोगों को रामलीला के माध्यम से अपनी संस्कृति से जुड़ने हेतु परिवार के साथ कार्यक्रम का लुफ्त उठाने की बात कही।
मुंबई और पटना के 80 कलाकार दिखाएंगे अभिनय
शहर के न्यू टाउन हॉल के मंच पर मुंबई और पटना के 80 कलाकार इस नाटक के माध्यम से भगवान राम और माता सीता के जीवन को चित्रित करेंगे। नाटक के निर्देशक अभिषेक रंजन ने बताया कि इस नाटक के लिए जाने-माने कलाकार आ रहे हैं, जो अपने अभिनय से इस नाटक को यादगार बना देंगे। इस नाटक को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है। दर्शकों के लिए प्रवेश निशुल्क है। शाम पांच बजे से ‘रामायण’ की प्रस्तुति शुरू होगी।
युवा पीढ़ी को मर्यादित और संस्कारी बनने का संदेश देगी ‘रामायण’
‘रामायण’ के मंचन को लेकर धनबाद के लोग उत्साहित हैं। नाटक ‘रामायण’ में भगवान राम के चरित्र का बखूबी चित्रण किया जाएगा और युवा पीढ़ी को मर्यादित और संस्कारी बनने का संदेश देगी। वहीं दूसरी ओर मंच पर रावण और उसके ज्ञान को दर्शाया जाएगा। दिखाया जाएगा कि अहंकार कैसे विनाश का कारण बनता है। इस नाटक में रावण कहता कि वह आधा ब्राह्मण व आधा राक्षस है। जिसका अर्थ है कि विद्वान होने के साथ ही उसका अहंकार उसे राक्षस बनाता है। ‘रामायण’ के माध्यम से ऐसे सवाल उठाए जाएंगे, जो आज भी