DHANBAD | आजसू पार्टी के जिला प्रधान सचिव सह सांसद प्रतिनिधि रामाशंकर तिवारी की अध्यक्षता में एक बैठक बाघमारा के नावागढ में सम्पन्न हुई। बैठक में धनबाद डीआरएम के द्वारा अपने ही अधिनस्थ कर्मचारी बसंत उपाध्याय के साथ किये गये अमानवीय व्यवहार की कड़ी निंदा की गई। ज्ञात रहे कि धनबाद रेलवे अस्पताल में कार्यरत बसंत उपाध्याय को अस्पताल के डाक्टर ने सख्त आदेश दे रखा था कि कोई भी मरीज मेरे चेम्बर में मिलने आए तो उसे बाहर ही जूता चप्पल खोलकर अंदर जाने देना है। इत्फाकन से डीआरएम की पत्नी रेलवे अस्पताल में डाक्टर के चैम्बर में जाने के इसी क्रम में श्री उपाध्याय ने चप्पल खोलकर जाने के लिए कहा और उसी का परिणाम हुआ कि श्री उपाध्याय के ड्यूटी ऑफ हो जाने के बाद डीआरएम साहब ने श्री उपाध्याय को अपने कार्यालय में बुलाकर अमानवीय, अभद्र और अश्लील कार्रवाई करते हुए उसके कपड़े उतरवाकर भारी बेइज्जती किये। जिससे बसंत उपाध्याय अवसाद एवं मानसिक तनाव से ग्रस्त होकर धनबाद के असर्फी अस्पताल में इलाजरत है। वे इन सब कारणों से काफी डिप्रेशन में भी हैं।
इस का सबसे पहले इसीआर के यु रेलवे युनियन के लोगों ने डीआरएम के विरोध में हंगामा किया था। अब ऐसे लोग जो हाल ही में ब्राह्मणों पर छिटाकशी के कारण हंगामा होने पर सार्वजनिक माफी मांगने पर बाध्य हुए थे, ने इसे जाति गत मुद्दा बनाने का कोशिश किया। किंतु रेलवे कर्मचारियों ने जो विरोध किया वे क्या सभी एक ही जाती के थे। इसमें उचित अनुचित की बात पर ही विरोध किया जा रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि कोई भी जाति के कनीय अधिकारी व कर्मचारी हो और उसके साथ वरिय उच्चाधिकारी इस तरह से अपने कार्यालय में बुलाकर अमानवीय तरिके से कपड़ा उतरवा ले और अश्लील भाषा के साथ भला-बूरा कहे तो उचित होगा क्या ? आजसू पार्टी के सभी उपस्थित पदाधिकारी गण एवं सदस्यों ने इसका प्रतिकार स्वरुप धरना प्रदर्शन करनेवाले के साथ खड़े हुए तथा श्री तिवारी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धनबाद डीआरएम अविलंब सार्वजनिक रूप से श्री उपाध्याय के साथ माफी मांगे अन्यथा आजसू पार्टी डीआरएम कार्यालय में उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। मौके पर प्रखण्ड अध्यक्ष राकेश गयाली, कार्यकारी अध्यक्ष गौतम गोप, विकाश सरकार, प्रेम कुमार तिवारी, मुकेश महतो, राजेश उरांव, अनीश सिंह, अजय पासवान, सुभाष हांसदा, इत्यादी शामिल थे