Dhanbad News || लोयाबाद और बाँसजोड़ा के ग्रामीण बढ़ते प्रदूषण से परेशान हैं। बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। फेफड़ों की समस्याएँ और अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को लोयाबाद ग्रामीण एकता मंच के बैनर तले बाँसजोड़ा और लोयाबाद में एक विरोध मार्च निकाला गया।
महिलाओं ने निभाई अहम भूमिका
इस विरोध मार्च में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। रजनी देवी, आशा देवी और विभा सिंह के नेतृत्व में यह मार्च बाँसजोड़ा बस्ती से शुरू होकर गडरिया, बाँसजोड़ा 12 नंबर लोयाबाद मुख्य सड़क से होता हुआ बाँसजोड़ा कोलियरी कार्यालय पहुँचा।
बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ नारेबाजी
मार्च में शामिल ग्रामीणों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए नारेबाजी की।
- “बीसीसीएल प्रबंधन होश में आओ!”
- “आउटसोर्सिंग कंपनी डेको, प्रदूषण फैलाना बंद करो!”
- “अपने कामों से प्रदूषण फैलाना बंद करो!”
ग्रामीणों ने बीसीसीएल प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनी डेको पर प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया।
रजनी देवी का बयान
विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहीं रजनी देवी ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी डेको की गतिविधियों की वजह से लोयाबाद और बाँसजोड़ा के ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने बताया:
- “प्रदूषण के कारण बच्चों की सेहत बिगड़ रही है और उनकी उम्र कम हो रही है।”
- “गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रामीण जूझ रहे हैं।”
शांति मार्च से उग्र आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन से सहयोग की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर जल्द ही प्रदूषण पर रोक नहीं लगाई गई तो यह शांतिपूर्ण विरोध उग्र आंदोलन का रूप ले लेगा।
लोयाबाद और बाँसजोड़ा के ग्रामीण अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। प्रशासन और संबंधित कंपनियों को इस समस्या का समाधान निकालने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए।