Sindri Hindi News || बीआईटी सिंदरी के असैनिक अभियंत्रण विभाग द्वारा प्लैटिनम जुबली लेक्चर सीरीज के अंतर्गत 30 जनवरी 2025 को राजेंद्र प्रसाद हॉल में एक विशेष एक्सपर्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का विषय था “गेट और ईएसई में मास्टरिंग – करियर पथ, परीक्षा रणनीतियाँ और विकास”। यह व्याख्यान इंजीनियरिंग छात्रों को GATE (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) और ESE (इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा) की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश और मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि और आयोजन समिति
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मेड ईजी के वरिष्ठ अध्यापक एवं विशेषज्ञ श्री शिशिर परसई और तकनीकी सलाहकार श्री सीमंत श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल आयोजन बीआईटी सिंदरी के गेट एवं ईएसई प्रभारी प्रो. डॉ. ब्रह्मदेव यादव के निर्देशन में किया गया। इसकी अध्यक्षता असैनिक अभियंत्रण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जीतू कुजूर ने की, जबकि कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) पंकज राय का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत भाषण
कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत करने के साथ हुई। इसके बाद डॉ. जीतू कुजूर ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अतिथियों का परिचय कराते हुए इस कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने पूर्ववर्ती छात्रों की सफलता का ज़िक्र करते हुए बताया कि किस प्रकार ये परीक्षाएँ उनके करियर के लिए मार्गदर्शक बनीं। इसके पश्चात डॉ. ब्रह्मदेव यादव ने विद्यार्थियों को इन परीक्षाओं की उपयोगिता के बारे में बताया और उन्हें निरंतर एवं योजनाबद्ध तैयारी करने की प्रेरणा दी।
विशेषज्ञ व्याख्यान: परीक्षा रणनीति और करियर संभावनाएँ
कार्यक्रम के दौरान श्री शिशिर परसई ने छात्रों को GATE और ESE परीक्षाओं की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने परीक्षा पैटर्न, चयन प्रक्रिया, विषयवार तैयारी रणनीतियाँ और समय प्रबंधन पर गहन चर्चा की।
उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि इन परीक्षाओं के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनियों (PSUs) और विभिन्न सरकारी संगठनों में उज्ज्वल करियर बनाया जा सकता है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभवों और साक्षात्कार के किस्सों को साझा करते हुए छात्रों को परीक्षा में सफल होने के लिए अनुशासन और निरंतर अभ्यास पर जोर देने की सलाह दी।
इसके अलावा, श्री सीमंत श्रीवास्तव ने भी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की मौजूदा प्रवृत्तियों और उद्योग जगत की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनी परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का समापन असैनिक अभियंत्रण विभाग के प्रो. प्रशांत रंजन मालवीय द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने मुख्य अतिथियों का उनके बहुमूल्य समय और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने यह भी कहा कि यह व्याख्यान निश्चित रूप से छात्रों के लिए उपयोगी रहेगा और उनकी परीक्षा की तैयारी को और सशक्त बनाएगा। इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी विभागों के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों की पूर्ण भागीदारी देखी गई, जो इसकी सफलता को दर्शाता है।
कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले शिक्षाविद
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. (डॉ.) उदय कुमार सिंह, प्रो. प्रफुल्ल कुमार शर्मा, डॉ. माया राजनारायण रे, डॉ. निशिकांत किस्कु, डॉ. कोमल कुमारी, डॉ. अभिजीत आनंद, प्रो. इक़बाल शेख और प्रो. सरोज मीणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
निष्कर्ष
बीआईटी सिंदरी का यह प्लैटिनम जुबली लेक्चर सीरीज छात्रों के लिए शिक्षा और करियर मार्गदर्शन का एक महत्वपूर्ण मंच बनकर उभरा है। इस कार्यक्रम ने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति जागरूक किया और उन्हें सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा प्रदान की।
संस्थान द्वारा इस तरह के आयोजनों से छात्रों को अपने करियर को सशक्त बनाने और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन मिलता है। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में कई छात्रों की सफलता की नींव रखेगा।