Dhanbad Storm Rain Damage: सिंदरी, बलियापुर और झरिया क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित, खेतों में सब्जी और गेहूं की फसल को भारी नुकसान
Dhanbad Storm Rain Damage: गंभीर तस्वीर गुरुवार को तब सामने आई जब दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली। आंधी और मूसलधार बारिश के साथ करीब 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं, जिससे जिले के कई हिस्सों में भारी तबाही मच गई। खासकर सिंदरी, बलियापुर और झरिया जैसे इलाकों में दर्जनों पेड़ उखड़ गए, बिजली आपूर्ति ठप हो गई और कई घरों के छप्पड़ उड़ गए।
Dhanbad Storm Rain Damage: सिंदरी में दर्जनों पेड़ गिरने से बाधित हुआ जनजीवन
तेज हवा और बारिश के कारण सिंदरी क्षेत्र में दर्जनों पेड़ धराशायी हो गए, जिससे कई स्थानों पर यातायात भी प्रभावित हुआ। बिजली के तार टूटने से पूरे इलाके की आपूर्ति ठप हो गई, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों द्वारा गिरे हुए पेड़ों को हटाने का कार्य देर शाम तक जारी रहा।
Dhanbad Storm Rain Damage: बलियापुर में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
बलियापुर क्षेत्र में आंधी-पानी के साथ ओलावृष्टि भी हुई, जिसने खेतों में खड़ी सब्जी और गेहूं की फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। किसानों का कहना है कि इस असमय बारिश और ओलों की मार से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। गांवों में कच्चे मकान भी इस आपदा की चपेट में आ गए, जिससे कई परिवार बेघर हो गए।
Dhanbad Storm Rain Damage: झरिया-बलियापुर सड़क पर गिरा ताड़ का पेड़, मार्ग अवरुद्ध
भिखराजपुर के पास झरिया-बलियापुर मुख्य सड़क मार्ग पर भारी-भरकम ताड़ का पेड़ गिरने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया। ग्रामीणों ने खुद प्रयास कर पेड़ को हटाने की कोशिश की, जिससे रास्ता साफ हो सके। प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई है, लेकिन राहत कार्य धीमी गति से चल रहा है।
Dhanbad Storm Rain Damage: मौसम विभाग ने पहले ही जारी किया था रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही Dhanbad Storm Rain Damage को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था, जिसमें बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई थी। धनबाद के अलावा राजधानी रांची, खूंटी और रामगढ़ में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। रांची में शाम चार बजे के बाद गरज और तेज बारिश देखने को मिली।
धनबाद जिले में हुए इस प्राकृतिक प्रकोप ने एक बार फिर साबित कर दिया कि समय रहते सावधानी और प्रशासनिक तैयारी बेहद आवश्यक है। किसानों को राहत देने और क्षति के आकलन हेतु जिला प्रशासन द्वारा विशेष टीम गठित किए जाने की संभावना है।