DHANBAD | स्व. दत्तोपंत ठेंगड़ी के 19 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन

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DHANBAD | शनिवार को भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक स्व. दत्तोपंत ठेंगडी के 19 वीं पूण्यतिथि के अवसर पर समाजिक समरस्ता दिवस के रूप में धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ ( भामसंघ) के सभी शाखाओं में संघ कार्यकर्ताओं द्वारा समरसता दिवस मनाई गई। साथ ही धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ कार्यालय विश्वकर्मा भवन धनबाद में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष उमेश सिंह एबं संचालन संघ के महामंत्री रामधारी ने किया। संगोष्ठी मे मुख्यरूप से भारतीय मज़दूर संघ झारखंड प्रदेश के महामंत्री बृज बिहारी शर्मा उपस्थित हुये। भारतीय मजदूर संघ झारखण्ड प्रदेश के महामंत्री बृजबिहारी शर्मा ने कहा कि स्व. दत्तोपंत ठेंगडी लगभग 50 वर्षो तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक भी रहें उन्होंने भामसं के स्थापना के अलावा भारतीय किसान संघ, समाजिक समरसता, सर्वपंथ समादर मंच, पर्यावरण मंच की स्थापना की थी। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, संस्कार भारती के भी संस्थापक थें ।श्रद्धेय ठेंगडी जी प्रचारक के रूप में कार्य प्रारंभ किया तथा भारत में अपने विचारधारा के अनुरूप श्रमिक संगठन होना चाहिए तो उन्होंने गुरुजी के निर्देश पर “स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है” की घोषणा करने वाले लोकमान्य गंगाधर तिलक के जन्मदिन के पावन अवसर 23 जुलाई 1955 को 50 रिक्सा चालक के साथ भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की और सभी श्रम संगठनों को पीछे छोड़ते हुए देश वर्ष का नम्बर 1 का श्रम संगठन का स्थान प्राप्त किया है। धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री सह कोल इंण्डिया सुरक्षा समिति सदस्य रामधारी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा कि स्व० दत्तोपंत ठेंगडी 23 जुलाई 1955 को भामसंघ की स्थापना की थी । आज उन्हीं के मार्ग पर चलकर राष्ट्र हित्, उद्योग हित एवं मजदूर हित् को सर्वोपरी मानकर संघ ने अपना सफर शुन्य से शुरू कर लगभग 34 वर्षो के अन्तराल में तमाम केन्द्रीय श्रमिक संगठनों को पीछे छोड़ते हुए देश का ही नही विश्व का सबसे बड़ा श्रम संगठन बना और शुन्य से शिखर तक पहुँच गया।संगोष्ठी को सर्वश्री प्रेम शंकर मंडल, उमेश कुमार सिंह, गंगा सागर राय, वीरभद्र सिंह, सुभाष माली, मुकुटधारी गोराई, जवाहरलाल सिंह, महेन्द्र नाथ राम, मुरारी ताँती, शिवशंकर पान्डेय, रामकृष्ण यादव आदि ने संबोधित किया और स्व. दत्तोपंत ठेंगडी के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। संगोष्ठी में सर्व श्री ज्ञान राठौर, इन्द्रकुमार कश्यप, उत्तम कुमार पाण्डेय, मंतोष तिवारी, भौमिक महतो, राजेन्द्र सिंह, बी.एन. झा, विनोद कुमार प्रजापति, दयाराम सिंह यादव, एम पी गुप्ता, सुमन्त कुमार सिंह, भोलानाथ यादव, कपील दास, प्रविण झा, संतोष सिन्हा आदि उपस्थित थे।

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