💰Dhullu Mahato Compensation Support: CISF पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग, विस्थापितों को हर पखवाड़े नियोजन का वादा
💰Dhullu Mahato Compensation Support: बोकारो में विस्थापित अप्रेन्टिस अभ्यार्थियों के धरने के दौरान हुई प्रेम महतो की मौत के बाद जहां राजनीतिक बयानबाज़ी का दौर तेज़ था, वहीं धनबाद सांसद ढूलू महतो ने ठोस पहल कर पीड़ित परिवार को वास्तविक न्याय दिलाया। सांसद ने न सिर्फ मृतक के आश्रित को ₹50 लाख का चेक और अस्थायी नियुक्ति पत्र सौंपा, बल्कि सीआईएसएफ पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की भी ज़ोरदार मांग की।
धरने के दौरान प्रेम महतो की मौत, CISF पर सवाल
3 अप्रैल को BSL बोकारो में नियोजन की मांग को लेकर चल रहे धरने के दौरान CISF द्वारा किए गए लाठीचार्ज में अप्रेन्टिस अभ्यर्थी प्रेम महतो की मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल मचा दी थी और विपक्षी दलों द्वारा बोकारो बंद बुलाया गया था। लेकिन दो दिनों तक सिर्फ राजनीतिक बयान और विरोध देखने को मिला, जबकि पीड़ित परिवार को राहत नहीं मिल सकी।
दिल्ली से लौटकर सांसद ने निभाई ज़िम्मेदारी
धनबाद सांसद ढूलू महतो दिल्ली में होने के बावजूद तुरंत सक्रिय हुए और SAIL के चेयरमैन से मिलकर कड़ी नाराजगी जताई। दिल्ली से लौटते ही वे बोकारो के BGH पहुंचे और घायलों एवं मृतक के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद सांसद ने BSL प्रबंधन और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ उपायुक्त कार्यालय में लंबी बैठक की।
विस्थापितों को स्थायी समाधान देने की पहल
बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। मृतक के परिजन को ₹50 लाख की मुआवजा राशि और एक अस्थायी नौकरी दी गई। साथ ही, हर पखवाड़े उपायुक्त की अध्यक्षता में विस्थापितों और BSL प्रबंधन के बीच वार्ता आयोजित करने, बोकारो के किसी प्रमुख चौराहे पर मृतक प्रेम महतो की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने और घायलों को ₹20,000 की सहायता राशि देने का भी निर्णय लिया गया।
💬राजनीति नहीं, न्याय की बात
ढूलू महतो ने अपने हाथों से मृतक के परिजन को चेक और नियोजन पत्र सौंपा और कहा कि यह सिर्फ संवेदना नहीं बल्कि न्याय है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल इस मुद्दे पर सिर्फ बयानबाज़ी कर रहे थे, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया। उनके इस कदम ने वास्तव में लाश पर राजनीति करने वालों की “दुकान बंद” कर दी।
✊अगला कदम: आरोपी पर कार्रवाई
सांसद ने साफ कहा कि CISF द्वारा की गई कार्रवाई में प्रेम महतो की मौत हुई, इसलिए संबंधित अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की।
ढूलू महतो की इस पहल से न केवल मृतक परिवार को राहत मिली है, बल्कि भविष्य में विस्थापितों को भी नियोजन का भरोसा मिला है।
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