गणगौर पूजन और सिंधारा उत्सव: धनबाद में मारवाड़ी महिला समिति और दादी परिवार के तत्वावधान में रानी सती दादी मंदिर प्रांगण में भव्य गणगौर पूजन का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर गणगौर की स्थापना कर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की गई और भक्तों को जल अर्पण किया गया। साथ ही, श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत श्री रानी सती दादी जी का सिंधारा उत्सव भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
गणगौर उत्सव में महिलाओं और बच्चों की उमंग
इस पावन मौके पर समाज की महिलाओं और बच्चों ने गणगौर के पारंपरिक गीतों की धुनों पर झूमकर पर्व का आनंद लिया। पूरे माहौल में “चमकन घाघरो, ये चमकन चिर, बोल बाई रौवा थार कुण कुण वीर…” जैसे मंगल गीतों की गूंज सुनाई दी, जिससे उत्सव में और अधिक भव्यता आ गई।
समाज की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
गणगौर पूजन एवं सिंधारा उत्सव में मारवाड़ी महिला समिति की शाखा अध्यक्ष रीतू अग्रवाल सहित कई गणमान्य महिलाएं उपस्थित रहीं। इस भव्य आयोजन में मीना अग्रवाल, दीपा अग्रवाल, मीना खैतान, राखी, अंशु, अंजू, कविता, खुशबू, मंजू अग्रवाल, मंजू चौधरी, संगीता जालान, मंजू पटवारी, संध्या, मीतू, बिना समेत समाज की अनेक महिलाओं और बच्चों ने भाग लिया और इस सांस्कृतिक आयोजन को विशेष बना दिया।
गणगौर उत्सव: परंपरा और श्रद्धा का प्रतीक
गणगौर पूजन का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह महिलाओं के सौभाग्य, समृद्धि और परिवार की खुशहाली का भी संदेश देता है। मारवाड़ी समाज द्वारा हर साल इस त्योहार को भव्य रूप से मनाया जाता है, जिससे पारंपरिक संस्कृति को संरक्षित और संवर्धित किया जा सके।
इस भव्य आयोजन ने समाज में एकता, भक्ति और संस्कृति की महत्ता को और अधिक प्रबल किया, जिससे यह गणगौर उत्सव यादगार बन गया।
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