Guru Gobind Singh Jayanti 2025: 9 वर्ष के गोबिंद राय कैसे बने गुरु गोबिंद सिंह, जानें सिखों के दसवें गुरु से जुड़ी खास बातें
Guru Gobind Singh Jyanti || धनबाद, 7 जनवरी 2025 – सिखों के दसवें गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह महाराज के प्रकाश पर्व के अवसर पर डिगवाडीह स्थित कांग्रेस – इंटक कार्यालय में एक भव्य आयोजन हुआ। इस आयोजन का आयोजन गुलगुलिया विद्यालय, झरिया के तत्वाधान में किया गया था, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस एवं इंटक नेत्री अनुपमा सिंह ने शिरकत की।
आयोजन में गुलगुलिया विद्यालय के संस्थापक अनिल पांडे द्वारा गुरु गोविंद सिंह पर लिखी गई एक हस्तलिखित लघु पुस्तिका का विमोचन किया गया, जो गुरु जी की शिक्षाओं और उनके जीवन के महान संदेशों को समर्पित थी।
इस अवसर पर अनुपमा सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की जीवनी और उनके उपदेश आज के समय में और भी प्रासंगिक हैं।
उनकी शिक्षा से ज्ञान का प्रकाश फैलता है, और समाज के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त होता है। गुरु जी ने सत्य, धर्म और न्याय का महत्व बताया और जीवन में इनका पालन करने का संदेश दिया।
” उन्होंने आगे कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी सिर्फ एक महान संत और आध्यात्मिक गुरु ही नहीं, बल्कि एक कुशल योद्धा, कवि और विचारक भी थे।
उनके जीवन और उनकी रचनाओं ने समाज में जागरूकता और आध्यात्मिकता का संचार किया।
अनिल पांडे का महत्वपूर्ण प्रस्ताव: खालसा पंथ की शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने की दिशा में कदम
अनिल पांडे ने इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया कि खालसा पंथ की शिक्षा सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों को दी जाए और इसे एक अध्याय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
यह प्रस्ताव शिक्षा के क्षेत्र में समाज हित में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। अनुपमा सिंह ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार को इस बारे में अवगत कराया जाएगा।
इस कार्यक्रम में अनुपमा सिंह ने अनिल पांडे को सहयोग राशि प्रदान की, जिसका आधा हिस्सा गुलगुलिया विद्यालय के पुनरुद्धार में उपयोग किया जाएगा।
कार्यक्रम में कांग्रेस के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें
- मोख्तार खान
- संतोष महतो
- किशोर कुमार
- प्रमोद सिंह चंद्रवंशी
- सतीश चंद्र रजक
- भोला सिंह
- सतपाल सिंह ब्रोका
- भगवान दास
- मसूद आलम
- कालीचरण यादव
- आफताब आलम
- बंमभोली सिंह
- मास्टर अजीज
- मनोज सिंह
- सुरेंद्र राम
- संतोष चौधरी
- जयप्रकाश चौहान
- अन्नू पासवान
- शिव शंकर सिंह
- डब्लू अंसारी
- सुधीर धारी
- इम्तियाज आंसारी
- अशीत शेखर और अन्य लोग उपस्थित थे।
यह आयोजन गुरु गोविंद सिंह जी की शिक्षाओं को समर्पित था, और यह समाज में उनके द्वारा बताए गए सत्य, धर्म और सेवा के मूल्यों को फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
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