Hazrat Chimney Shah Baba: धनबाद कोयलांचल की प्रसिद्ध हजरत चिमनी शाह बाबा की दरगाह पर बुधवार को 165वें उर्स मुबारक के अवसर पर अखिल भारतीय किन्नर समाज ने चादरपोशी की। इस खास मौके पर दरगाह पर गाजे-बाजे के साथ नाच-गान का आयोजन हुआ, जिसमें किन्नर समाज के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
चादरपोशी और धार्मिक आयोजन
अखिल भारतीय किन्नर समाज की प्रदेश अध्यक्ष छम छम देवी ने बताया कि वह पिछले 50 वर्षों से हजरत चिमनी शाह बाबा की दरगाह पर चादरपोशी करती आ रही हैं। उर्स के अवसर पर मिलाद और कुरानखानी जैसे धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाते हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
किन्नर समाज की आस्था
छम छम देवी ने कहा कि हजरत चिमनी शाह बाबा की दरगाह पर आना किन्नर समाज के लिए मानसिक शांति और आत्मिक संतोष का कारण बनता है। यहां दुआ मांगने से उनके जजमानों को सुख-समृद्धि और खुशी प्राप्त होती है। यह दरगाह उनके विश्वास और श्रद्धा का केंद्र है।
सैकड़ों किन्नरों की भागीदारी
इस अवसर पर बबीता किन्नर, बोकारो की अरुण किन्नर, रामगढ़ की ज्योति किन्नर, गोमो की श्वेता किन्नर, निर्मला किन्नर, राखी किन्नर, रेखा किन्नर, पिंकी किन्नर और अश्वनी किन्नर सहित सैकड़ों किन्नरों ने दरगाह पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।
उर्स मुबारक का महत्व
हजरत चिमनी शाह बाबा की दरगाह पर हर साल आयोजित होने वाला उर्स मुबारक आपसी भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है। इस अवसर पर हर धर्म और समुदाय के लोग शामिल होकर दुआ मांगते हैं और लंगर का आनंद लेते हैं।