Hemant Soren Oath Ceremony || झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख नेता हेमंत सोरेन ने चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। गुरुवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल का विस्तार फिलहाल टाल दिया गया है। इस अवसर पर विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की 10 पार्टियों के 18 शीर्ष नेता मौजूद रहे। इनमें राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव प्रमुख रूप से शामिल हुए।
एकता का संदेश और ऐतिहासिक क्षण
समारोह स्थल पर पहुंचने से पहले हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन का हाथ थामे उन्हें लेकर आए। शपथग्रहण से पूर्व उन्होंने कहा, “आज का दिन झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में अंकित होगा। हमारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। झारखंडियों को न तो बांटा जा सकता है और न ही दबाया जा सकता है। हम झारखंडी झुकते नहीं हैं।”
शपथ के बाद मुख्यमंत्री ने सिदो-कान्हू उद्यान में वीर सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी साथ थीं।
शहीद जवान को सम्मान और नई जिम्मेदारियां
बोकारो जिले के चंदनकियारी निवासी अग्निवीर जवान अर्जुन महतो की शहादत पर उनके भाई बलराम महतो को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र सौंपा। इसी कड़ी में पहली कैबिनेट बैठक आयोजित की गई, जिसमें झारखंड विधानसभा का सत्र 9 दिसंबर से शुरू करने की मंजूरी दी गई। विशेष सत्र 12 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें मुख्यमंत्री विश्वास मत हासिल करेंगे।
महत्वपूर्ण फैसले और भावी योजनाएं
मुख्यमंत्री ने दिसंबर से ‘मंईयां सम्मान योजना’ के तहत ₹2500 की राशि वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, असम के चाय बागानों में काम कर रहे झारखंडी मजदूरों के हितों के लिए एक विशेष सर्वदलीय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। समिति की रिपोर्ट झारखंड सरकार को सौंपी जाएगी। रोजगार के मोर्चे पर जेपीएससी और जेएसएससी की परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिए गए।
चुनावी जीत और गठबंधन की चुनौतियां
23 नवंबर को घोषित चुनावी परिणामों में JMM के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन ने 81 में से 56 सीटों पर विजय हासिल की। इनमें JMM को 34, कांग्रेस को 16, राजद को 4 और माले को 2 सीटें मिलीं। हालांकि, कांग्रेस के भीतर मंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है, जिसके कारण मंत्रिमंडल का विस्तार फिलहाल टाल दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने स्पष्ट किया कि विस्तार उपयुक्त समय पर होगा।
झारखंड का भविष्य और नई राहें
हेमंत सोरेन ने अपने चौथे कार्यकाल के आरंभ में झारखंड के विकास और एकता को प्राथमिकता देने का संदेश दिया है। राज्य के नागरिकों के हित में लिए गए निर्णय झारखंड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प प्रदर्शित करते हैं।