Jharkhand Assembly Election Voting || झारखंड में लोकतंत्र का महापर्व आज, 13 नवंबर से शुरू हो रहा है, जहां विधानसभा चुनावों का पहला चरण 43 सीटों पर मतदान के साथ प्रारंभ हो रहा है। राज्य में कुल दो चरणों में चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी, जिसमें दूसरा चरण 20 नवंबर को आयोजित होगा, और इसके तहत 38 सीटों पर वोटिंग होगी। दोनों चरणों के परिणाम 23 नवंबर को महाराष्ट्र चुनाव के साथ घोषित किए जाएंगे। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव का यह समय प्रदेश के भविष्य के लिए निर्णायक माना जा रहा है।
पहले चरण के मतदान के लिए 15344 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, और चुनाव सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। हालांकि, सुरक्षा कारणों से 950 बूथों पर मतदान का समय शाम 4 बजे तक ही निर्धारित किया गया है। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियों को तैनात किया गया है। इस चरण में कुल 683 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। 43 सीटों में से 17 सीटें सामान्य वर्ग के लिए, 20 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए, और 6 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
चुनाव तैयारियों और सुरक्षा प्रबंधों पर फोकस
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पोलिंग पार्टी को हवाई मार्ग से भेजा गया है, और सीआरपीएफ व अन्य अर्धसैनिक बलों की व्यापक तैनाती की गई है। इस बार कुछ अद्वितीय और मॉडल बूथ भी बनाए गए हैं, जहां मतदाताओं के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए जन-जागरूकता अभियान भी जोर-शोर से चलाए जा रहे हैं, ताकि मतदान का प्रतिशत अधिक से अधिक हो सके। इन विशेष बूथों पर झारखंड की कला और शिल्प की सुंदर झलक भी देखने को मिलेगी।
प्रमुख विधानसभा सीटों और प्रमुख मुकाबले
- रांची – रांची सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह और झारखंड मुक्ति मोर्चा की राज्यसभा सांसद महुआ माझी के बीच कड़ा मुकाबला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन अपने मताधिकार का प्रयोग सेंट फ्रांसिस स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर करेंगे, जबकि क्रिकेट आइकन महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी धोनी श्यामली स्थित जवाहर विद्या मंदिर में मतदान करेंगे।
- सरायकेला – यहां भाजपा के नेता चंपाई सोरेन और जेएमएम के गणेश महाली के बीच टक्कर है। चुनाव से ठीक पहले चंपाई सोरेन ने झामुमो छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था, जबकि गणेश महाली भी टिकट कटने के बाद भाजपा से अलग होकर झामुमो में शामिल हुए हैं।
- जमशेदपुर पश्चिम – इस सीट पर एनडीए के सहयोगी जदयू के सरयू राय और कांग्रेस के बन्ना गुप्ता के बीच टक्कर है। बन्ना गुप्ता वर्तमान में झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी हैं।
- भवनाथपुर – यहां भाजपा के निवर्तमान विधायक भानु प्रताप शाही और झामुमो नेता अनंत प्रताप देव के बीच कांटे की टक्कर है। अनंत प्रताप नागरगढ़ के राजा माने जाते हैं और क्षेत्र में उनके मजबूत समर्थक आधार हैं।
- कोल्हान क्षेत्र – 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इस क्षेत्र की सभी 14 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यहां का दौरा किया है, और भाजपा का मनोबल इस बार ऊंचा है क्योंकि कोल्हान क्षेत्र में खासा प्रभाव रखने वाले चंपाई सोरेन अब भाजपा में शामिल हैं।
- तमाड़ सीट – इस सीट पर जदयू के राजा पीटर और झामुमो के विकास मुंडा आमने-सामने हैं। राजा पीटर, जो पूर्व मंत्री रह चुके हैं, ने एक उपचुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को हराया था। विकास मुंडा, झामुमो नेता और पूर्व विधायक रमेश मुंडा के बेटे हैं।
- जगन्नाथपुर – पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस बार बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं, और उनका मुकाबला कांग्रेस के सोनाराम सिंकू से है, जो पिछले चुनाव में इस सीट से विजयी रहे थे।
झारखंड की राजनीतिक फलक पर यह चुनाव न केवल उम्मीदवारों की किस्मत तय करेगा, बल्कि राज्य की दिशा को भी निर्धारित करेगा।