Jharkhand News: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के पड़पोते मंगल सिंह मुंडा का गुरुवार रात 12:30 बजे दुखद निधन हो गया। उन्हें 3 दिन पहले एक सड़क हादसे में गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद उनका इलाज रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में चल रहा था।
रिम्स में इलाज में लापरवाही के आरोप
भास्कर ने 28 नवंबर को रिम्स में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का मामला उजागर किया था। मंगल सिंह मुंडा के भाई जंगल सिंह मुंडा ने बताया कि हादसे के बाद अस्पताल में इलाज के लिए उन्हें लगभग 7 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान न तो बेड मिला और न ही उचित इलाज। मजबूरी में मंगल मुंडा एंबुलेंस में ही तड़पते रहे। उन्होंने कहा, “अगर समय पर इलाज मिल गया होता, तो स्थिति इतनी खराब नहीं होती।”
परिवार ने लगाया स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर खामियों को एक बार फिर उजागर कर दिया है। मंगल मुंडा के निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा समुदाय गहरे सदमे में है।
सवाल खड़े करती व्यवस्था
यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ताहालत और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करती है। मंगल मुंडा जैसे महान व्यक्तित्व से जुड़े परिवार के सदस्य को भी अगर समय पर इलाज नहीं मिल पाता, तो आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति क्या होगी, यह सोचने का विषय है।